नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भूटानी समकक्ष लोटे शेरिंग के साथ शुक्रवार को दूसरे चरण के तहत रुपे कार्ड का शुभारंभ किया. इसके जरिए भूटान के नागरिक भारत में रुपे नेटवर्क का लाभ उठा सकेंगे.
इस मौके पर भूटानी पीएम ने मोदी द्वारा महामारी से निपटने के प्रयासों की प्रशंसा की. उन्होंने यकीन जताया कि भारत महामारी को हराने के बाद और मजबूत होकर निकले. टीके के क्षेत्र में भारत के प्रयासों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सभी के लिए आशा का स्रोत है.
भूटान के लिए वैक्सीन उपलब्ध कराने के आश्वासन के लिए उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार के आभारी हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि अगले साल इसरो की मदद से भूटान के उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजने के लिए काम तेजी से चल रहा है. इसके लिए, भूटान के चार अंतरिक्ष इंजीनियर दिसंबर में इसरो जाएंगे और प्रधानमंत्री ने उन सभी को शुभकामनाएं दी.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि 'सभी भारतीयों की तरह मेरे मन में भी भूटान के लिए विशेष प्यार और मित्रता है. जब भी आपसे मिलता हूं तो एक खास अपनेपन की अनुभूति होती है. भारत और भूटान के विशिष्ट संबंध न सिर्फ दोनों राष्ट्रों के लिए अहम हैं, बल्कि विश्व के बेहतरीन उदाहरण है.'
आज के बाद भूटान नेशनल बैंक द्वारा जारी किए गए रूपे कार्ड के कार्ड धारक भारत में एक लाख रुपये से अधिक ATM और 20 लाख रु. से अधिक पॉइंट-ऑफ-सेल टर्मिनल की सुविधा उपयोग कर पाएंगे.
पिछले साल अगस्त महीने में अपनी भूटान यात्रा के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने पहले चरण के तहत रुपे कार्ड लांच किया था. पहले चरण में भारतीय नागरिकों को रुपे कार्ड का इस्तेमाल कर भूटान में एटीएम से पैसे निकालने की सुविधा दी गई थी.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पहले चरण में भारत के नागरिक पूरे भूटान में रुपे कार्ड का इस्तेमाल एटीएम नेटवर्क के उपयोग के लिए कर सकते थे जबकि दूसरे चरण में भूटानी नागरिक भारत में रुपे कार्ड का इस्तेमाल कर एटीएम नेटवर्क के उपयोग कर सकेंगे.
दूसरे चरण के रुपे कार्ड को 20 नवंबर को मोदी और शेरिंग संयुक्त रूप से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से लांच करेंगे.