गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के गांधीनगर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया. दीक्षांत समारोह में 2600 छात्रों को उनकी डिग्री और डिप्लोमा प्रदान किए गए.
समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 45 मेगावाट की उत्पादन क्षमता वाले एक मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल और जल तकनीक के एक उत्कृष्ट केंद्र का शिलान्यास किया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने नवोन्मेषी केंद्र, चिकित्सा संबंधी शोध केंद्र और खेल परिसर का भी उद्घाटन किया.
बिंदुवार देखें प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में क्या कहा-
- 21वीं सदी में दुनिया की आशाएं और अपेक्षाएं भारत से हैं और भारत की आशा और अपेक्षा आपके साथ जुड़ी हैं. हमें तेज गति से चलना ही होगा, आगे बढ़ना ही होगा.
- बदलाव चाहे खुद में करना हो, या दुनिया में करना हो, वो कभी एक दिन, एक हफ्ते या एक साल में नहीं होता. बदलाव के लिए थोड़ा-थोड़ा प्रयास नियमित करना होता. नियमित होकर किए गए छोटे-छोटे काम बड़ा बदलाव ला सकते हैं.
- आज की जो पीढ़ी है, 21वीं सदी का जो युवा है, उसको एक Clean Slate के साथ आगे बढ़ना होगा. कुछ लोंगों के मन में ये जो पत्थर की लकीर बनी हुई है, कि कुछ बदलेगा नहीं, उस लकीर को Clean करना होगा. और Clean Heart... Clean Heart मतलब साफ नीयत.
- इच्छाओं के अंबार से संकल्प की शक्ति अपरंपार होती है. करने के लिए बहुत कुछ है, देश लिए पाने को बहुत कुछ है, पर आपके लक्ष्य टुकड़ों में बिखरे नहीं होने चाहिए. आप कमिटमेंट के साथ आगे बढ़ेंगे तो अपने भीतर ऊर्जा का भंडार महसूस करेंगे.
- जीवन में वही लोग सफल होते है, वही लोग कुछ कर दिखाते है जिनके जीवन में Sense of Responsibility का भाव होता है. विफल वो होते है जो Sense of Burden में जीते है. Sense of Responsibility का भाव व्यक्ति के जीवन में Sense of Opportunity को भी जन्म देता है.
- ऐसा नहीं है कि सफल व्यक्तियों के पास समस्याएं नहीं होतीं, लेकिन जो चुनौतियों को स्वीकार करता है, उनका मुकाबला करता है, उन्हें हराता है, समस्याओं का समाधान करता है, वो सफल होता है.
- ऐसा नहीं है कि आप अपने जीवन में पहली बार किसी कठिनाई का सामना कर रहे होंगे, ऐसा भी नहीं है कि ये चुनौती भी आखिरी होगी. ऐसा नहीं है कि सफल व्यक्तियों के पास समस्याएं नहीं होतीं. लेकिन जो चुनौतियों को स्वीकार करता है, उनका मुकाबला करता है, उनका समाधान करता है, वो सफल होता है.
- एक ऐसे समय में graduate होना जब दुनिया इतने बड़े संकट से जूझ रही है, ये कोई आसान बात नहीं है. लेकिन आपकी क्षमताएं इन चुनौतियों से कहीं ज्यादा बड़ी हैं. Problems क्या हैं, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि आपका purpose क्या है, आपकी Preference क्या है और आपका plan क्या है?
- आज देश अपने Carbon footprint को 30-35% तक कम करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहा है. प्रयास है कि इस दशक में अपनी ऊर्जा ज़रूरतों में Natural Gas की हिस्सेदारी को हम 4 गुणा तक बढ़ाएं.
- आज आप ऐसे समय में इंडस्ट्री में कदम रख रहे हैं, जब pandemic के चलते पूरी दुनिया के Energy sector में भी बड़े बदलाव हो रहे हैं. ऐसे में आज भारत में Energy Sector में Growth की, Entrepreneurship की, Employment की, असीम संभावनाएं हैं.
- एक समय था जब लोग सवाल उठाते थे कि इस तरह की यूनिवर्सिटी कितना आगे बढ़ पाएगी. लेकिन यहां के विद्यार्थियों ने, प्रोफेसर्स ने और यहां से निकले Professionals ने इन सारे सवालों के जवाब दे दिए हैं.
- मुझे ये देखकर खुशी होती है कि ये विश्वविद्यालय आज पूरे विश्व में अपनी पहचान बना रहा है. मैं आज यहां एक मुख्य अतिथि के रूप में नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय परिवार के एक सदस्य के रूप में आया हैं.
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के 8वें कॉन्वोकेशन के अवसर पर आप सभी को बहुत बहुत बधाई. आज जो साथी graduate हो रहे हैं, उनको और उनके माता-पिता को भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं.