नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के अंतर्गत आने वाली सीलमपुर, मुस्तफाबाद, करावल नगर, जाफराबाद और ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां के लोग वर्ष 2020 के दिल्ली दंगे के दौरान प्रभावित हुए थे. इस विधानसभा चुनाव में आम लोग राजनीतिक दलों द्वारा किए गए वादे और घोषणाओं से किस कदर प्रभावित हैं और किस तरह की चुनावी चर्चा आपस में कर रहे हैं, इसे टटोलने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने लोगों से बात की. आइए जानते हैं, क्या कहा उन्होंने..
साफ-सफाई ठीक नहीं: सीलमपुर विधानसभा में रहने वाले शंभु दयाल ने कहा कि वह अभी वह कुछ कह नहीं सकते. अभी समय बचा हुआ है. यह पूछे जाने पर कि वह सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं, उन्होंने पूछा कौनसी सरकार? राज्य सरकार कहने पर उन्होंने कहा वह इतने संतुष्ट नहीं हैं और साफ-सफाई वगैरह ठीक नहीं है.
किसी एक पर ठीकरा फोड़ना सही नहीं: वहीं बाबरपुर विधानसभा में रहने वाले मोहम्मद आसिफ, (जो पेशे से टैक्सी चालक हैं) ने कहा कि राज्य सरकार ने अच्छा काम किया है. सड़कों को लेकर बात करने पर उन्होंने कहा कि दिल्ली की सड़के अलग-अलग एजेंसियों के अधीन हैं, इसलिए हम सिर्फ एक एजेंसी के अधीन आने वाली सड़कों को लेकर राय नहीं दे सकते. दिल्ली में सीपीडब्ल्यूडी, पीडब्ल्यूडी, एनडीएमसी और दिल्ली नगर निगम के जिम्मे सड़कों के रखरखाव का काम है. किसी एक पर इसका ठीकरा फोड़ना सही नहीं.
दिल्ली में एलजी की चलती है: इसी विधानसभा में रहने वाले वीरेंद्र सिंह तंवर ने आम आदमी पार्टी के वर्तमान विधायक के पक्ष में माहौल होने की बात कही. उन्होंने क्षेत्र में पानी की समस्या को लेकर कहा कि यह सब तो चलती ही रहेगी. वहीं बकाया पानी बिल माफ की घोषणा को लेकर कहा कि, अरविंद केजरीवाल ने बोला है कि वह माफ कर देंगे. दिल्ली जल बोर्ड दिल्ली सरकार के अधीन है तो अफसर ने आखिर गलत बिल क्यों भेजा? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि दिल्ली में एलजी की चलती है. अधिकारी एलजी की ही सुनते हैं.
छात्रों के लिए बड़ी सौगात: इसके अलावा करावल नगर विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले नरेंद्र कसाना (जो वर्तमान में एलएलबी के छात्र हैं) ने कहा, जिस तरह अरविंद केजरीवाल ने छात्रों के लिए बस में फ्री सर्विस का ऐलान किया, यह छात्रों के लिए बहुत बड़ी सौगात है. जब उनसे बसों की कमी को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि महिलाएं भी तो उसी बस में सफर कर रही हैं. अब उसी में छात्र में जाएंगे, जिससे छात्रों की जेब पर बोझ नहीं पड़ेगा. सरकार उसी की बनेगी जो योजनाएं लागू कर चुकी है जो कॉपी पेस्ट करेंगे उनकी सरकार नहीं बनने वाली है.
जनता का पैसा, जनता को मिला: बलबीर नगर में रहने वाले अनिल सोनी ने कहा महिलाओं के लिए अभी तक केजरीवाल नेतृत्व वाली सरकार ने जो कुछ किया है उसका फायदा तो मिला है. वहीं भाजपा द्वारा चुनावी घोषणा को लेकर कहा कि उन्होंने कहा कि अभी तक दिल्ली में जो हमें मिला है, ऐसा लग रहा है जनता के पैसा जनता को मिल रहा है.
दिल्ली का माहौल बदला: इसके अलावा एक भोजनालय पर जुटे लोगों से हमने बात को उन्होंने कहा कि इस बार आम आदमी पार्टी, कांग्रेस व भाजपा तीनों के बीच फाइट दिख रही है. वहीं पार्टियों द्वारा 'मुफ्त योजनाओं' पर लेकर सवाल पूछने पर लोगों ने कहा कि ऐसी ही योजनाओं से महंगाई और बढ़ती है. हमें तो पानी का भी बिल आ रहा है. भोजनालय चलाने वाले नीरज ने बताया कि दिल्ली का माहौल बदला हुआ है. आगे क्या होगा ये तोे वक्त ही बताएगा. वहीं एक अन्य व्यक्ति रिजपाल ने बाताया कि हमने सोचा है कि जो काम करे, इस बार उसी को वोट देंगे.
5 फरवरी को मतदान: गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान किया जाएगा. वहीं 8 फरवरी को मतगणना की जाएगी. चुनाव आयोग की तरफ से दिल्ली चुनाव के लिए 7 जनवरी को घोषणा की गई थी. इस बार कुल पुरुष मतदाता 83,49,645 हैं, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 71,73,952 और थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 1,261 है. (पढ़ें पूरी खबर..)
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