नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले कुछ दिनों से किताब का अध्ययन कर रहे हैं. इस बात की जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि पिछले कुछ दिनों से मैं 'ए न्यू आइडिया ऑफ इंडिया: इंडिविजुअल राइट्स इन ए सिविलाइजेशन स्टेट' नामक किताब पढ़ रहा हूं. जिसे हर्ष मधुसूदन (harshmadhusudan) और आर मंत्री (RMantri) ने लिखा है. इनका काम बौद्धिक विमर्श में समृद्ध योगदान देना है. मुझे आशा है कि आप इसे भी पढ़ेंगे.
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Over the past few days, I have been reading, 'A New Idea of India: Individual Rights in a Civilisational State’ by two bright minds @harshmadhusudan and @RMantri. Their work makes rich contributions to intellectual discourse. I hope you read it too... https://t.co/fcAiPr4mM4
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— Narendra Modi (@narendramodi) November 19, 2020
किताब में लिखा गया है कि आजादी के सात दशकों के बाद नेहरूवादी विचारधारा ने भारतीय राजनीति में अपना स्थान बनाया. भले ही वह हमेशा जवाहरलाल नेहरू के विचारों के अनुरूप नहीं है. तीन प्रमुख विशेषताओं ने समाजवाद का गठन किया है. इनमें धर्मनिरपेक्षता, गुटनिरपेक्षता, non-alignment शामिल है.
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1991 में भारत ने इस रास्ते से धीरे-धीरे वापसी शुरू की. 2019 में होने वाले लोक सभा चुनावों में नरेंद्र मोदी सरकार ने लगातार दूसरी जीत दर्ज की. इसके बाद से जवाहर लाल नेहरू के इस दर्शन को विश्व पटल पर प्रतिस्थापित किया जा रहा है, जो भारत को एक प्राचीन सभ्यता के रूप में दिखाता है. भले ही एक युवा गणराज्य और जो नागरिकों को विकास और अन्य उद्देश्यों के लिए समान देखता है. भारत का एक नया विचार पक्षपातपूर्ण राजनीति से आगे बढ़कर एक नए ढांचे का निर्माण और विस्तार कर रहा है.