नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री 30 अप्रैल को उत्तर प्रदेश और बिहार में विशाल जनसभाओं को संबोधित करेंगे. वह सुबह 11 बजे बिहार के मुजफ्फरपुर पहुंच चुके हैं. फिलहाल मोदी यहां पताही हवाई अड्डा मैदान में आयोजित चुनाव सभा को संबोधित संबोधित कर रहे हैं.
इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, राजीव प्रताप रुड़ी सहित एनडीए के 42 नेता मंच पर उपस्थित हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-
- 4 चरणों के चुनाव के बाद कुछ लोग चारों खाने चित्त हो चुके हैं. अब अगले चरणों में ये तय करना है कि इनकी हार कितनी बड़ी होगी और भाजपा NDA की जीत कितनी भव्य होगी.
- आम और लीची जैसे मिठास घोलने वाले स्वीट सिटी में आज इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आये हैं वो कई लोगों के मुंह में कड़वाहट पैदा करने वाला है.
- जिन्होंने बिहार की पहचान बदली थी, वो इस चुनाव में केंद्र में अपनी सरकार बनाने के लिए नहीं लड़ रहे, वो किसी भी तरह से अपने सदस्य बढ़ाने के लिए छटपटा रहे हैं. उनकी ताकत बढ़ाने का मतलब है बिहार में लूट-पाट, अपहरण, भ्रष्टाचार के दिन वापस लाना.
- उनकी ताकत बढ़ाने का मतलब है बेटियों का अपहरण, गुंडागर्दी, हत्याएं, हर योजना में भ्रष्टाचार. उनकी ताकत बढ़ाने का मतलब है, सूरज ढलने के बाद अपने ही घर मे कैद हो जाना, घुट-घुट के जीना, पलायन के लिए मजबूर होना.
- फिर से ये लोग बिहार में गिद्ध दृष्टि जमाए हैं. ये बिहार को जाति, समाज के आधार पर बांटकर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं. अपने भ्रष्टाचार, काले कारनामों को छिपाना चाहते हैं. उनका लक्ष्य है कि दिल्ली में कमजोर सरकार बने ताकि ये फिर से मनमानी कर सके.
- जो जेल में हैं या जेल के दरवाजे पर हैं. जो बेल पर हैं या बेल के लिए कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं. वो सब केंद्र में एक मजबूत सरकार को एक मिनट भी बर्दाश्त नहीं करना चाहते.
- ये चाहें कितनी भी कोशिश कर लें, कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जो अभियान हमने चलाया हुआ है, उसकी रफ्तार धीमी नहीं पड़ेगी.
- इनको गरीब का लूटा एक-एक पैसा लौटाना ही पड़ेगा. जैसे हम मिशेल मामा को उठाकर लाएं हैं, उसी तरह इनके बाकी चाचाओं को भी भारत आना ही पड़ेगा.
- स्वार्थ और सिर्फ अपने हित के लिए समर्पित इन महामिलावटियों की मंशा को समझना बहुत जरुरी है.
- जितने भी महामिलावटी दल हैं उनमें ज्यादातर इतनी सीटों पर भी नहीं लड़ रहे कि लोकसभा में नेता विपक्ष का पद भी प्राप्त कर सकें. जिनके नसीब में नेता विपक्ष का पद नहीं है वो प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं.
- याद करिए, वो दिन जब देश के बड़े-बड़े शहरों में कभी ट्रेन में, बाजार में, बस में, मंदिर में, रेलवे स्टेशन पर बम धमाके हुआ करते थे. बम धमाकों के उस दौर में कांग्रेस और उसके साथी, कैसे कमजोरों की तरह बर्ताव करते थे.
- आतंकवाद जब फलता फूलता है तो कोई भी सुरक्षित नहीं रहता है, चाहे वह किसी भी जाति या पंथ का हो.
- चाहे देश के भीतर हो या फिर सीमा के पार, आतंक और हिंसा फैलाने वाली फैक्ट्री जहां भी होगी, इस चौकीदार के निशाने पर है. भारत को जहां से भी खतरा होगा, हम घर में घुसकर मारेंगे, ये तय है.
- महामिलावट वालों का इतिहास ऐसा है कि ये आतंकवाद पर कुछ नहीं कह सकते, पाकिस्तान का नाम सुनकर इनके पैर कांपते हैं, इनकी सरकार डोलने लगती है. यही कारण है कि एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक से इनको एलर्जी है.
- इनकी जमीन खिसक रही है, क्योंकि 5 वर्ष में सबका साथ-सबका विकास की राजनीतिक संस्कृति हमने विकसित की है. सामान्य वर्ग के गरीब युवाओं को 10% आरक्षण, सामाजिक सद्भाव का एक बहुत बड़ा प्रयास है, क्योंकि यह किसी दूसरे वर्ग के हक को छेड़े बिना दिया गया है.
- हमने महामिलावटियों के तमाम विरोध के बाद भी ओबीसी कमीशन को भी संवैधानिक दर्जा दे दिया है.
- हमने देश को लाल बत्ती की संस्कृति से बाहर निकाला है और गांव-गांव को एलईडी बल्ब की दूधिया बत्ती से रोशन कर दिया है. हम सबकी लाल बत्ती चली गई, लेकिन गरीब का घर बिजली से रोशन हो गया है.
- हमने गांव-गांव में गरीब बहनों के घर में इज्जत घर यानि शौचालय देने का काम किया है. हमने उन गरीब बहनों तक मुफ्त गैस कनेक्शन पहुंचाने का काम किया है जो गरीब मां और बहनें पूरी उम्र धुएं में जीने को मजबूर थी.
- हमने उस गरीब को पक्का घर देने का बीड़ा उठाया है, जिसने सपने मे भी कभी अपने घर के बारे में नहीं सोचा था.
- 23 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे और फिर एक बार मोदी सरकार आएगी. तब हम बिहार के सभी किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ देने वाले हैं. फिलहाल इसके लिए 5 एकड़ की जो सीमा है वो हटा दी जाएगी.
पीएम मोदी इसके बाद बहराइच और बाराबंकी के हैदरगढ़ में आयोजित रैली को संबोधित करेंगे. बहराइच में प्रधानमंत्री की जनसभा मंडल के बहराइच से अक्षयवरलाल गौंड, गोण्डा से कीर्तिवर्धन सिंह, कैसरगंज से बृजभूषण शरण सिंह और श्रावस्ती से दद्दन मिश्र के समर्थन आयोजित की गई है. यह जनसभा मंगलवार को दोपहर दो बजे के बाद बहराइच- नानपारा हाईवे पर स्थित चौपाल सागर के बगल मैदान में होगी. जनसभा के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े बंदोबस्त किए हैं.
बहराइच की जनसभा के बाद प्रधानमंत्री शाम चार बजकर 25 मिनट पर हैदरगढ़ पहुंचेंगे. जहां वह ग्राम्यांचल महाविद्यालय के मैदान में बाराबंकी, सुल्तानपुर व रायबरेली लोकसभा सीट के प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को सम्बोधित करेंगे. प्रधानमंत्री की जनसभा की सुरक्षा व्यवस्था में तीन हजार से अधिक पुलिसकर्मी व अधिकारियों की तैनाती हुई है.