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भारतीय रेलवे करेगा स्टेशनों को प्लास्टिक प्रदूषण मुक्त, जानें कैसे

भारतीय रेल विभाग ने रेलवे स्टेशनों पर बोतल क्रश करने वाली मशीन लगाने जा रहा है. इससे आने वाले दिनों में रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक प्रदूषण नहीं दिखेगा. जाने कितने मशीनें लगेंगी...

फाइल फोटो
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Published : Sep 11, 2019, 12:05 AM IST

Updated : Sep 30, 2019, 4:37 AM IST

नई दिल्लीः रेलवे स्टेशनों पर लगातार प्लास्टिक प्रदूषण बढ़ रहा है. इसे कम करने के लिए भारतीय रेल विभाग जल्द ही स्टेशनों पर 400 बोतल क्रशिंग मशीन स्थापित करने जा रहा है. इसके साथ ही यात्रियों को बोतल क्रश करने पर प्रोत्साहन राशि के रूप में उनके फोन पर रिचार्ज किया जाएगा.

मशीन का उपयोग करने से पहले यात्रियों को अपने फोन नम्बर को मशीन में इंटर करना पड़ेगा. इसके बाद यात्रियों को मशीन के अंदर अपने बोतल को डिस्पोज करना होगा. इसके बाद उनका फोन रिचार्ज हो जाएगा.

देखे किस तरह से काम करती है क्रश मशीन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोगों से एकल प्लास्टिक उपयोग को खत्म करने और उसका विकल्प खोजने के लिए आग्रह किया था और आगे उन्होंने पूरी दुनिया से अपील किया था कि वे सभी एक बार प्रयोग होने वाले प्लास्टिक का परित्याग करे. इसके बाद रेल विभाग ने यह सराहनीय कदम उठाया हैं.

भारतीय रेल विभाग जारी निर्देशों के अनुसार दो अक्टूबर से स्टेशन परिसर में प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा. इसके साथ रेल विभाग ने सभी रेलवे जोन को निर्देश दिया है कि स्टेशनों पर इस्तेमाल की गई प्लास्टिक की बोतलों को एकत्र कर उन्हें रिसाइक्लिंग के लिए भेजे.

पढ़ेः रेलवे क्रॉसिंग्स पर बढ़ रहे हादसों पर सख्त हुई RPF, बनाए जा रहे कड़े नियम

बता दें कि अभी तक देश के 128 रेलवे स्टेशनों पर 168 बोतल क्रशिंग मशीनें लगाई गई हैं.

नई दिल्लीः रेलवे स्टेशनों पर लगातार प्लास्टिक प्रदूषण बढ़ रहा है. इसे कम करने के लिए भारतीय रेल विभाग जल्द ही स्टेशनों पर 400 बोतल क्रशिंग मशीन स्थापित करने जा रहा है. इसके साथ ही यात्रियों को बोतल क्रश करने पर प्रोत्साहन राशि के रूप में उनके फोन पर रिचार्ज किया जाएगा.

मशीन का उपयोग करने से पहले यात्रियों को अपने फोन नम्बर को मशीन में इंटर करना पड़ेगा. इसके बाद यात्रियों को मशीन के अंदर अपने बोतल को डिस्पोज करना होगा. इसके बाद उनका फोन रिचार्ज हो जाएगा.

देखे किस तरह से काम करती है क्रश मशीन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोगों से एकल प्लास्टिक उपयोग को खत्म करने और उसका विकल्प खोजने के लिए आग्रह किया था और आगे उन्होंने पूरी दुनिया से अपील किया था कि वे सभी एक बार प्रयोग होने वाले प्लास्टिक का परित्याग करे. इसके बाद रेल विभाग ने यह सराहनीय कदम उठाया हैं.

भारतीय रेल विभाग जारी निर्देशों के अनुसार दो अक्टूबर से स्टेशन परिसर में प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा. इसके साथ रेल विभाग ने सभी रेलवे जोन को निर्देश दिया है कि स्टेशनों पर इस्तेमाल की गई प्लास्टिक की बोतलों को एकत्र कर उन्हें रिसाइक्लिंग के लिए भेजे.

पढ़ेः रेलवे क्रॉसिंग्स पर बढ़ रहे हादसों पर सख्त हुई RPF, बनाए जा रहे कड़े नियम

बता दें कि अभी तक देश के 128 रेलवे स्टेशनों पर 168 बोतल क्रशिंग मशीनें लगाई गई हैं.

Intro:New Delhi: Indian Railways is soon going to install 400 bottle crushing machines at the stations, in an effort to tackle the menace of growing plastic pollution. Along with this, it will also encourage the passengers to use the plastic bottle crushing machines by recharging their mobile phones.


Body:Passengers wanting to use those machines will have to key their phones numbers into the machine, while disposing their plastic bottles inside that, after which their phone will get recharged.

This moves comes in a bid of Prime Minister's Narendra Modi's appeal to the people to eliminate single-use plastic and to find an alternative of that. PM also urged to world, on Monday, to say goodbye to the single use plastic.

As per the directions given by Indian Railways, there will be no usage of plastic on its premises from October 2. Instructions have also been given to all the zones to collect the used plastic bottles at the railways stations and to send them for recycling.


Conclusion:As of now, there are 168 bottle crushing machines installed at 128 railway stations of our country.

(Kindly take the document sent on the WhatsApp group)
Last Updated : Sep 30, 2019, 4:37 AM IST
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