रांची : झारखंड में लगातार वज्रपात की घटनाएं हो रही हैं, जिससे कई लोगों की जान चली गई है. रविवार को भी प्रदेश में वज्रपात से सात लोगों की मौत हो गई है, जबकि चार लोग घायल हो गए हैं. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
दुमका में आसमानी बिजली
दुमका जिले में दो अलग-अलग जगहों पर वज्रपात हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. जिले में मसलिया प्रखंड के मकरमपुर गांव में एक चाय की दुकान पर आसमानी बिजली गिरी. इस हादसे में दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसे इलाज के लिए पश्चिम बंगाल के सिउड़ी ले जाया गया है. वहीं, शिकारीपाड़ा प्रखंड के पलासी गांव में वज्रपात से खेत में काम कर रहे एक मजदूर की मौत हो गई.
चतरा में वज्रपात का कहर
चतरा के राजपुर थाना क्षेत्र के कादे गांव में वज्रपात से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि इस हादसे में उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई. महावीर पासवान अपनी पत्नी के साथ लकड़ी लाने जंगल गया हुआ था. इसी क्रम में अचानक बारिश होने लगी. बारिश से बचने के लिए दोनों घर की ओर भागने लगे. तभी अचानक वज्रपात हुआ और वह इसकी चपेट में आ गए. घायल महिला को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. महावीर पासवान मूल रूप से बिहार के गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र के चोरदाहा गांव का रहने वाले थे और अपने ससुराल में ही रहकर खेती करते थे.
गिरिडीह में वज्रपात
गिरिडीह में भी दो स्थानों पर वज्रपात हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. पहली घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मटरूखा की है, जहां बारिश से बचने के लिए कुछ लोग बरगद के पेड़ के नीचे छिपे हुए थे. इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से 10 वर्षीय युवक की मौत हो गई. वहीं, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ही फुलची गांव में वज्रपात की चपेट में आने से 35 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई.
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बोकारो में वज्रपात
वहीं, बोकारो में बेरमो के उग्रवाद प्रभावित इलाका पेक नारायणपुर थाना के लहिया गांव में खेत में काम कर रहे 52 वर्षीय किसान की वज्रपात से मौत हो गई और उसके दो बेटे और घायल हो गए.