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जम्मू-कश्मीर: ईद के मौके पर बाजारों में भीड़, लोगों को मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत

राज्य प्रशासन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की, जिसमें कहा गया कि राज्य में ईद की तैयारियां सामान्य रूप से चल रही हैं और बेकरी/पोल्ट्री/मटन की दुकानें रविवार को खुली है और इनके बाहर लंबी कतारें दिख रही हैं. इसके साथ ही प्रशासन ने ईद के मद्देनजर लोगों को घरों तक सामग्री पहुंचाने की पहल भी की है. पढ़ें पूरी खबर...

ईद के मौके पर खरीददारी करते लोग
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Published : Aug 11, 2019, 8:40 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 4:46 PM IST

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने सोमवार को बकर-ईद से पहले जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा नियंत्रण में ढील के साथ राज्य प्रशासन ने भी राज्य कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनता के लिए सहायता उपायों की घोषणा की है. सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोमवार को ईद-उल-अजहा के मौके पर कश्मीर में लोगों को मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत दी जाएगी. मोबाइल और लैंडलाइन फोन पर लगी रोक भी यथाशीघ्र हटा ली जाएगी.

अधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि सरकार की पहली प्राथमिकता जम्मू-कश्मीर में शांति बनाए रखना और किसी उपद्रव और जानमाल की हानि को रोकना है.

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ईद के लिए बाजारों में उमड़ी भीड़

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन लगातार हालात की समीक्षा कर रहे हैं और वे लोगों को ईद पर मस्जिद में नमाज पढ़ने की सुविधा देंगे. इसमें कहा गया, 'श्रीनगर शहर में यातायात सुचारु रूप से चल रहा है.'

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ईद पर खरीददारी करने घरों से बाहर निकले लोग

प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य प्रशासन द्वारा निम्न उपायों की घोषणा की गई है :

  • कोषागार व बैंक इस अवधि के दौरान कार्य कर रहे हैं, यहां तक की छुट्टियों में भी. एटीएम सुचारु रूप से कार्य कर रहे हैं और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि नकदी नियमित आधार पर डाली जाए और लोग जरूरत के अनुसार नकदी निकाल रहे हैं.
  • सभी कर्मचारियों का वेतन व डीआरडब्ल्यू/कैजुअल मजदूरों का वेतन आदिर जारी किया जा रहा है.
  • जीपी फंड/पेंशन/ग्रेच्युटी व दूसरे भुगतान किए जा रहे हैं.
  • विकास कार्यो के लिए भुगतान को प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी दी जा रही है.
    etvbharat jammu kashmir
    ईद पर सामान्य हुए हालात
  • सब्जियों/एलपीजी/पोल्ट्री/अंडों की आपूर्ति मोबाइल वैन से घर-घर की जा रही है. श्रीनगर शहर में छह मंडियां बनाई गई हैं. इसके अलावा 2.5 लाख भेड़ें जनता के लिए ईद-उल-अजहा के मौके पर कुर्बानी के लिए उपलब्ध हैं. इसके अलावा जिलाधिकारियों ने ईद-उल-अजहा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं.
  • आम जनता को राशन की आपूर्ति के लिए हर जिले में राशन घाट ने काम करना शुरू कर दिया है. कश्मीर डिवीजन के 3,697 राशन घाटों में से 3557 ने जनता को राशन देने का कार्य शुरू कर दिया है.
  • हाजियों के सऊदी अरब से सुरक्षित व परेशानी मुक्त वापसी के लिए विशेष व व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जिसके लिए उड़ानें 18 अगस्त से शुरू होंगी. सभी उपायुक्तों ने अपने नोडल अधिकारी नामित किए हैं, जो 18 अगस्त से हाजी साहिबान की सुविधा के लिए हवाईअड्डे पर तैनात होंगे. हाजियों की सुविधा के लिए हाजी हाउस व हवाईअड्डों पर स्पेशल हेल्पलाइन डेस्क की स्थापना की गई है.
  • सरकार ने जरूरी सामनों का पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया है. गेहूं का भंडारण 65 दिनों के लिए, चावल 55 दिनों के लिए, मटन 17 दिनों के लिए, पोल्ट्री एक महीने, किरोसिन तेल 35 दिनों के लिए, एलपीजी एक महीने के लिए, हाईस्पीड डीजल (एचएसडी) व मोटर स्प्रिट (एमएस) का भंडारण 28 दिनों के लिए किया गया है.
  • प्राथमिक, द्वितीयक व तृतीयक स्तर के सभी स्वास्थ्य संस्थान पूरी तरह से चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ काम कर रहे हैं. मेडिकल स्टाफ के पहचानपत्र का इस्तेमाल मूवमेंट पास के तौर पर किया जा रहा है.
  • विमान अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रहे हैं और एयर टिकट को आवागमन पास के रूप में माना जा रहा है.
  • हर महत्वपूर्ण जगहों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है, जिससे आम जनता को सहजता हो.
  • आम जनता की बातचीत के लिए 300 विशेष टेलीफोन बूथ स्थापित किए जा रहे हैं.
  • नगर निगमों व नगर पालिकाओं के माध्यम से स्वच्छता के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
  • 24 घंटे सातों दिन बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करते व फाल्ट/ब्रेकडाउन को तुरंत बहाल करने के लिए पर्याप्त कर्मचारियों को तैनात किया गया है.
  • जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पंपिंग स्टेशनों पर कर्मचारियों को तैनात किया गया है.
  • ईद की तैयारियों के लिए सभी प्रोविजन/बेकरी/ मिठाई/पोल्ट्री/मटन की दुकानें खुली रहेंगी और लोगों की मांगों को पूरा करेंगी.
  • रेजिडेंट कमीशनर नई दिल्ली ने विभिन्न जगहों पर संपर्क अधिकारियों को सक्रिय किया है. इसमें नई दिल्ली व अलीगढ़ भी शामिल हैं, जिससे जम्मू एवं कश्मीर के छात्रों को अपने परिवारों से बातचीत की सुविधा हो.

इससे पहले प्रशासन ने शुक्रवार को लोगों को स्थानीय मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत दी थी. हालांकि, घाटी में बड़ी संख्या में लोगों के एक स्थान पर जमा होने की इजाजत नहीं दी गई.

पढ़ें-जम्मू-कश्मीर : बकरीद से पहले कड़ी सुरक्षा, अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील

संचार संसाधनों पर रोक के बारे में पूछने पर अधिकारी ने कहा कि यह अस्थायी उपाय है, ताकि अफवाहों और गलत सूचनाओं को फैलने से रोका जा सके.

उन्होंने कहा, 'सरकार जमीनी हालात को लेकर संवेदनशील है और लोगों को कम से कम असुविधा हो इसका ध्यान रख रही है. रोजाना या हर दूसरे दिन प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है. हम फोन पर से रोक हटाने का फैसला जितनी जल्दी संभव होगा, लेंगे.'

अधिकारी ने कहा कि सभी फैसले केंद्र सरकार की ओर से नहीं लिए जा रहे हैं. स्थानीय प्रशासन अपने स्तर पर जरूरत के हिसाब से कानून- व्यवस्था को लेकर फैसला ले रहा है.

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने सोमवार को बकर-ईद से पहले जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा नियंत्रण में ढील के साथ राज्य प्रशासन ने भी राज्य कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनता के लिए सहायता उपायों की घोषणा की है. सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोमवार को ईद-उल-अजहा के मौके पर कश्मीर में लोगों को मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत दी जाएगी. मोबाइल और लैंडलाइन फोन पर लगी रोक भी यथाशीघ्र हटा ली जाएगी.

अधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि सरकार की पहली प्राथमिकता जम्मू-कश्मीर में शांति बनाए रखना और किसी उपद्रव और जानमाल की हानि को रोकना है.

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ईद के लिए बाजारों में उमड़ी भीड़

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन लगातार हालात की समीक्षा कर रहे हैं और वे लोगों को ईद पर मस्जिद में नमाज पढ़ने की सुविधा देंगे. इसमें कहा गया, 'श्रीनगर शहर में यातायात सुचारु रूप से चल रहा है.'

etvbharat jammu kashmir
ईद पर खरीददारी करने घरों से बाहर निकले लोग

प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य प्रशासन द्वारा निम्न उपायों की घोषणा की गई है :

  • कोषागार व बैंक इस अवधि के दौरान कार्य कर रहे हैं, यहां तक की छुट्टियों में भी. एटीएम सुचारु रूप से कार्य कर रहे हैं और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि नकदी नियमित आधार पर डाली जाए और लोग जरूरत के अनुसार नकदी निकाल रहे हैं.
  • सभी कर्मचारियों का वेतन व डीआरडब्ल्यू/कैजुअल मजदूरों का वेतन आदिर जारी किया जा रहा है.
  • जीपी फंड/पेंशन/ग्रेच्युटी व दूसरे भुगतान किए जा रहे हैं.
  • विकास कार्यो के लिए भुगतान को प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी दी जा रही है.
    etvbharat jammu kashmir
    ईद पर सामान्य हुए हालात
  • सब्जियों/एलपीजी/पोल्ट्री/अंडों की आपूर्ति मोबाइल वैन से घर-घर की जा रही है. श्रीनगर शहर में छह मंडियां बनाई गई हैं. इसके अलावा 2.5 लाख भेड़ें जनता के लिए ईद-उल-अजहा के मौके पर कुर्बानी के लिए उपलब्ध हैं. इसके अलावा जिलाधिकारियों ने ईद-उल-अजहा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं.
  • आम जनता को राशन की आपूर्ति के लिए हर जिले में राशन घाट ने काम करना शुरू कर दिया है. कश्मीर डिवीजन के 3,697 राशन घाटों में से 3557 ने जनता को राशन देने का कार्य शुरू कर दिया है.
  • हाजियों के सऊदी अरब से सुरक्षित व परेशानी मुक्त वापसी के लिए विशेष व व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जिसके लिए उड़ानें 18 अगस्त से शुरू होंगी. सभी उपायुक्तों ने अपने नोडल अधिकारी नामित किए हैं, जो 18 अगस्त से हाजी साहिबान की सुविधा के लिए हवाईअड्डे पर तैनात होंगे. हाजियों की सुविधा के लिए हाजी हाउस व हवाईअड्डों पर स्पेशल हेल्पलाइन डेस्क की स्थापना की गई है.
  • सरकार ने जरूरी सामनों का पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया है. गेहूं का भंडारण 65 दिनों के लिए, चावल 55 दिनों के लिए, मटन 17 दिनों के लिए, पोल्ट्री एक महीने, किरोसिन तेल 35 दिनों के लिए, एलपीजी एक महीने के लिए, हाईस्पीड डीजल (एचएसडी) व मोटर स्प्रिट (एमएस) का भंडारण 28 दिनों के लिए किया गया है.
  • प्राथमिक, द्वितीयक व तृतीयक स्तर के सभी स्वास्थ्य संस्थान पूरी तरह से चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ काम कर रहे हैं. मेडिकल स्टाफ के पहचानपत्र का इस्तेमाल मूवमेंट पास के तौर पर किया जा रहा है.
  • विमान अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रहे हैं और एयर टिकट को आवागमन पास के रूप में माना जा रहा है.
  • हर महत्वपूर्ण जगहों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है, जिससे आम जनता को सहजता हो.
  • आम जनता की बातचीत के लिए 300 विशेष टेलीफोन बूथ स्थापित किए जा रहे हैं.
  • नगर निगमों व नगर पालिकाओं के माध्यम से स्वच्छता के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
  • 24 घंटे सातों दिन बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करते व फाल्ट/ब्रेकडाउन को तुरंत बहाल करने के लिए पर्याप्त कर्मचारियों को तैनात किया गया है.
  • जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पंपिंग स्टेशनों पर कर्मचारियों को तैनात किया गया है.
  • ईद की तैयारियों के लिए सभी प्रोविजन/बेकरी/ मिठाई/पोल्ट्री/मटन की दुकानें खुली रहेंगी और लोगों की मांगों को पूरा करेंगी.
  • रेजिडेंट कमीशनर नई दिल्ली ने विभिन्न जगहों पर संपर्क अधिकारियों को सक्रिय किया है. इसमें नई दिल्ली व अलीगढ़ भी शामिल हैं, जिससे जम्मू एवं कश्मीर के छात्रों को अपने परिवारों से बातचीत की सुविधा हो.

इससे पहले प्रशासन ने शुक्रवार को लोगों को स्थानीय मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत दी थी. हालांकि, घाटी में बड़ी संख्या में लोगों के एक स्थान पर जमा होने की इजाजत नहीं दी गई.

पढ़ें-जम्मू-कश्मीर : बकरीद से पहले कड़ी सुरक्षा, अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील

संचार संसाधनों पर रोक के बारे में पूछने पर अधिकारी ने कहा कि यह अस्थायी उपाय है, ताकि अफवाहों और गलत सूचनाओं को फैलने से रोका जा सके.

उन्होंने कहा, 'सरकार जमीनी हालात को लेकर संवेदनशील है और लोगों को कम से कम असुविधा हो इसका ध्यान रख रही है. रोजाना या हर दूसरे दिन प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है. हम फोन पर से रोक हटाने का फैसला जितनी जल्दी संभव होगा, लेंगे.'

अधिकारी ने कहा कि सभी फैसले केंद्र सरकार की ओर से नहीं लिए जा रहे हैं. स्थानीय प्रशासन अपने स्तर पर जरूरत के हिसाब से कानून- व्यवस्था को लेकर फैसला ले रहा है.

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PRI GEN NAT
.NEWDELHI DEL19
JK-GOVT-EID
People will be allowed to offer prayers at mosques on Eid in J-K: Top official
         New Delhi, Aug 11 (PTI) People in the Kashmir Valley will be allowed to offer prayers in mosques during Eid-ul-Azha on Monday and restrictions on mobile and landline phones will be lifted as early as possible, a top government official said on Sunday.
         The top priority of the government is to maintain peace and prevent any casualty and mischief in Jammu and Kashmir.
         The district administrations are constantly reviewing the situation in Jammu and Kashmir, and they will facilitate people to offer prayers in mosques during Eid, the official told PTI, requesting anonymity.
         Last Friday, people were allowed to visit neighborhood mosques and offer prayers there. However, large gatherings were not allowed in any part of the Valley.
         Asked about the restrictions imposed on communication links, the official said these were "temporary" measures taken to maintain peace and prevent circulation of misinformation and rumours.
         "The government is conscious of the ground situation and doing utmost so that there is minimum inconvenience to the people. Everyday something or the other restrictions are relaxed. We will take decisions on lifting restrictions on phones as early as possible," he said.
         The official, however, said all decisions are not taken by the central government and local administrations are taking calls wherever necessary, particularly in regard to law and order.
         Situation in all parts of Kashmir is normal and there has been no report of violence anywhere in the Valley, he said.
         Markets are open on Sunday and people were seen shopping for the festival.
         The government has also made arrangements for availability of adequate food and other essential items across the Kashmir Valley and steps are being taken to deliver certain goods at people's doorsteps.
         The restrictions were imposed on August 5 when Home Minister Amit Shah announced that the central government has decided abrogation of special status given to Jammu and Kashmir under Article 370 and creation of two new UTs -- Jammu and Kashmir, and Ladakh -- after bifurcating the state.
         President Ram Nath Kovind on Wednesday declared the abrogation of special status given to Jammu and Kashmir under Article 370 following a Parliamentary approval in the Modi government's proposal.
         The president on Saturday gave assent to a bill passed by the Parliament for bifurcation of Jammu and Kashmir into two Union territories -- Jammu and Kashmir, and Ladakh -- which will come into existence on October 31. PTI ACB

ANB
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08111725
NNNN
Last Updated : Sep 26, 2019, 4:46 PM IST
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