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अप्रैल-मई चुनाव के लिए ठीक समय नहीं, पासवान और नीतीश ने दिए बयान - nitish kumar

रामविलास पासवान और नीतीश कुमार ने चुनाव की अवधी को काफी लंबा बताया. साथ ही कहा कि चुनाव का समय सही नहीं, इन दिनों काफी ज्यादा गर्मी थी. जानें उन्होंने मतदान का समय बदलने को लेकर क्या सुझाव दिए

रामविलास पासवान और नीतीश कुमार.
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Published : May 19, 2019, 11:55 PM IST

नई दिल्ली: बीजेपी के सहयोगी एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने चुनाव अप्रैल-मई में आयोजित किए जाने के खिलाफ रविवार को कहा कि इस अवधि में अत्यंत गर्मी पड़ने के कारण यह समय चुनाव के लिए सही नहीं है. साथ ही उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से चुनाव फरवरी या नवंबर में कराए जाने को लेकर सहमति बनाने को कहा.

सुबह बिहार के मुख्यमंत्री एवं जद (यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने इतनी गर्मी में चुनाव को इतना लंबा खींचे जाने पर भी सवाल उठाए और सुझाव दिया कि आम चुनाव फरवरी-मार्च या अक्टूबर-नवंबर में दो या तीन चरणों में संपन्न होने चाहिए.

यही नहीं बिहार के मुख्य मंत्री नितीश कुमार ने चुनाव के समय को लेकर कहा कि ये समय उचित नहीं है. गर्मी के कारण लोग घर से बाहर निकाल वोट नहीं डाले. चरणों के बीच काफी अधिक गैप रखा गया.

अपने ट्वीट में पासवान ने कहा कि आज कल लोग मतदान के बारे में बहुत जागरुक हैं लेकिन अप्रैल-मई लोकसभा या विधानसभा चुनावों के लिए उचित समय नहीं है क्योंकि इस समय गर्मी बहुत पड़ती है और मतदान प्रतिशत घट जाता है.

ramvilas paswan tweet etv bharat
रामविलास पासवान का ट्ववीट.

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता ने कहा, 'चुनाव पश्चात नयी सरकार का गठन होने के बाद सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को फरवरी या नवंबर में चुनाव कराने के बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए. इससे प्रचार में भी सुविधा होगी. लोग आराम से मतदान करेंगे जिससे मतदान प्रतिशत बढ़ेगा. इससे लोकतंत्र मजबूत होगा.'

ये भी पढ़ें: वोट देकर बोले CM नीतीश- इतनी लंबी अवधि तक चुनाव नहीं होनी चाहिए

वहीं कुमार ने अपनी टिप्पणी में मतदान के दिनों में रखे गए अंतर के खिलाफ बोला.

नई दिल्ली: बीजेपी के सहयोगी एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने चुनाव अप्रैल-मई में आयोजित किए जाने के खिलाफ रविवार को कहा कि इस अवधि में अत्यंत गर्मी पड़ने के कारण यह समय चुनाव के लिए सही नहीं है. साथ ही उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से चुनाव फरवरी या नवंबर में कराए जाने को लेकर सहमति बनाने को कहा.

सुबह बिहार के मुख्यमंत्री एवं जद (यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने इतनी गर्मी में चुनाव को इतना लंबा खींचे जाने पर भी सवाल उठाए और सुझाव दिया कि आम चुनाव फरवरी-मार्च या अक्टूबर-नवंबर में दो या तीन चरणों में संपन्न होने चाहिए.

यही नहीं बिहार के मुख्य मंत्री नितीश कुमार ने चुनाव के समय को लेकर कहा कि ये समय उचित नहीं है. गर्मी के कारण लोग घर से बाहर निकाल वोट नहीं डाले. चरणों के बीच काफी अधिक गैप रखा गया.

अपने ट्वीट में पासवान ने कहा कि आज कल लोग मतदान के बारे में बहुत जागरुक हैं लेकिन अप्रैल-मई लोकसभा या विधानसभा चुनावों के लिए उचित समय नहीं है क्योंकि इस समय गर्मी बहुत पड़ती है और मतदान प्रतिशत घट जाता है.

ramvilas paswan tweet etv bharat
रामविलास पासवान का ट्ववीट.

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता ने कहा, 'चुनाव पश्चात नयी सरकार का गठन होने के बाद सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को फरवरी या नवंबर में चुनाव कराने के बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए. इससे प्रचार में भी सुविधा होगी. लोग आराम से मतदान करेंगे जिससे मतदान प्रतिशत बढ़ेगा. इससे लोकतंत्र मजबूत होगा.'

ये भी पढ़ें: वोट देकर बोले CM नीतीश- इतनी लंबी अवधि तक चुनाव नहीं होनी चाहिए

वहीं कुमार ने अपनी टिप्पणी में मतदान के दिनों में रखे गए अंतर के खिलाफ बोला.

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POLLS-PASWAN
April-May not appropriate for polls, election be held in Nov or Feb: Paswan
         New Delhi, May 19 (PTI) BJP ally and Union minister Ram Vilas Paswan Sunday spoke against polling in April-May, saying extreme hot condition in the period is not appropriate for elections as he asked political parties to evolve consensus for polls to be held in either February or November.
         Earlier in the day, Bihar Chief Minister and JD(U) president Nitish Kumar also questioned the long drawn polling in intense heat conditions and suggested general election should be held in two or three phases either in February-March or October-November.
         In his tweets, Paswan said people are nowadays more aware about voting but April-May is not an appropriate period for Lok Sabha or assembly polls as the period is extremely hot and results in a lower turnout.
         "After a new government is formed after the elections, leaders of all political parties should seriously consider holding the polls either in February or November. It will facilitate campaigning. People will cast votes in comfort, boosting the turnout. It will strengthen democracy," the Lok Janshakti Party leader said.
         In his comments, Kumar also disfavoured gap between voting days.
         He stressed on a constitutional provision for conduct of election at a more suitable time and said he will write a letter to his counterparts in other parties after completion of current
election to reach a consensus over the issue.
         The seven-phase Lok Sabha election, which started on April 11, is ending Sunday.          Campaigning has been especially exacting in states like Bihar, Uttar Pradesh and West Bengal as they have undergone polls in every phase. PTI KR
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