नई दिल्ली : कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 20 लाख करोड़ के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की है. बता दें कि देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए 17 मई तक लॉकडाउन है.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सिर्फ एक हेडलाइन और सादा कागज दिया है. आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस सादे कागज को भरेंगी.
उन्होंने कहा कि वह सरकार की तरफ से अर्थव्यवस्था में लगाए गए एक-एक रुपये का हिसाब रखेंगे. इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा कि किसको क्या मिल रहा है. सबसे पहले तो यह देखना है कि उन गरीब और भूखे प्रवासी मजदूरों को क्या मिलेगा जो अपने घर जाने के लिए सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल चुके हैं. उन्होने कहा कि वह यह भी देखेंगे की जो 13 करोड़ परिवार हैं उनको क्या मिलेगा.
कांग्रेस के राज्यसभा सासंद कपिल सिब्बल ने भी इसको लेकर एक ट्वीट किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर भारत को आत्म-निर्भर बनाने में मदद के लिए मंगलवार को कुल 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की और स्थानीय कारोबारों को प्रोत्साहित करने की वकालत की. इस बीच देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 74 हजार के पार चली गई है.
देश में कोरोना वायरस से अब तक 2,300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, वहीं करीब 24 हजार लोग इस बीमारी से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं.
कोविड-19 संकट पर देश को अपने तीसरे संबोधन में मोदी ने कहा कि 18 मई से लॉकडाउन का चौथा चरण भी लागू किया जाएगा पर यह पहले के तीन चरणों से काफी अलग होगा और इसका 'रंग-रूप' नया होगा.
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