नई दिल्ली : ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया का कहना है कि ऑक्सफोर्ड कोविड-19 वैक्सीन 'कोविड शिल्ड' का परिणाम सभी वैक्सीन की तुलना में अच्छा है. ईटीवी भारत से बात करते हुए अधिकारियों ने कहा कि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का चरण द्वितीय और तृतीय परीक्षण एक साथ चल रहा है.
नाम न बताने की शर्त पर डीसीजीआई के अधिकारी ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में फेज दो और तीन के ऑक्सफोर्ड कोविड वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविड वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल लास्ट स्टेज पर है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविड-19 वैक्सीन के निर्माण के लिए ब्रिटिश-स्वीडिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ साझेदारी की है.
कोविड-19 वैक्सीन के मुद्दे पर डीसीजीआई के अधिकारियों ने कहा कि भारत बायोटेक के टीके के परिणाण भी अच्छे हैं. भारत बायोटेक वैक्सीन का द्वितीय चरण परीक्षण संतोषजनक पाया गया है. अधिकारियों ने कहा कि हालांकि, चरण तृतीय का परीक्षण शुरू करने से पहले भारत बायोटेक को कुछ और दस्तावेजों के लिए कहा है.
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यह उल्लेख किया जा सकता है कि भारत बायोटेक के प्रतिनिधियों ने हाल ही में चरण तृतीय के क्लीनिकल ट्रायल प्रोटोकॉल के साथ चरण प्रथम और द्वितीय के परीक्षण के साथ-साथ डीसीजीआई के विषय विशेषज्ञ समिति के समक्ष अपने वैक्सीन के क्लीनिक परीक्षण प्रस्तुत किया था.
विचार-विमर्श के बाद समिति ने कहा कि चरण तृतीय के अध्ययन का सिद्धांत सैद्धांतिक रूप से संतोषजनक है, ए-सिप्टोमेटिक मरीजों से परे. समिति ने चरण द्विताय परीक्षण से सुरक्षा और इम्युनोजेनसिटी डेटा जमा करने का सुझाव दिया था.
वैक्सीन के क्लीनिकल परीक्षणों के बीच भारत को अगले साल की पहली छमाही तक कोविड-19 वैक्सीन की उम्मीद है.