नई दिल्ली : वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने प्रस्तावित RCEP समझौते पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की टिप्पणियों पर पलटवार किया है. गोयल ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में ही भारत इस समझौते के लिए वार्ता में शामिल हुआ था.
गोयल ने शनिवार को ट्वीट किया, 'सोनिया गांधी जी RCEP और एफटीए को लेकर अचानक जाग गई हैं. जब आसियान के साथ एफटीए पर 2010 में हस्ताक्षर हुए थे, तब वह कहां थीं? साथ ही उन्होंने कहा कि जब दक्षिण कोरिया के साथ एफटीए पर 2010 में हस्ताक्षर हुए थे, तब वह कहां थीं? जब मलेशिया के साथ एफटीए ( मुक्त व्यापार क्षेत्र) पर 2011 में हस्ताक्षर हुए थे, जब जापान के साथ 2011 में एफटीए पर हस्ताक्षर हुए थे, तब वह कहां थीं?
गोयल ने सोनिया गांधी पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया, वह तब कहां थी, जब 2004 में राष्ट्रों के साथ व्यापार घाटा 7 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2014 में $ 78 बिलियन हो गया? जब उनकी सरकार ने 2011-12 में चीन के साथ RCEP वार्ता में शामिल होने के लिए भारत को मजबूर किया.'
गोयल ने ट्वीट किया, 'उस समय सोनिया जी कहां थी, जब उनकी सरकार 2007 में भारत-चीन एफटीए पर विचार करने पर सहमत हुई थी? मुझे उम्मीद है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह उनके इस अपमान के खिलाफ बोलेंगे.'
उन्होंने ट्वीट किया, 'वह तब कहां थी जब उनकी सरकार ने आसियान देशों के लिए अपना 74 प्रतिशत बाजार खोल दिया था लेकिन इंडोनेशिया जैसे अमीर देशों ने भारत के लिए केवल 50 प्रतिशत बाजार खोला था? वह अमीर देशों को भारी छूट देने के खिलाफ क्यों नहीं बोलीं?
गौरतलब है कि सोनिया गांधी ने विपक्षी सरकार पर सोमवार को हमला बोला था. उन्होंने एशिया-प्रशांत के 16 देशों के साथ प्रस्तावित आरसीईपी समझौते का उल्लेख करते हुए कहा, 'सरकार के कई निर्णयों से अर्थव्यस्था को कम नुकसान नहीं हुआ था कि अब वह आरसीईपी के माध्यम से बड़ा नुकसान पहुंचाने की तैयारी में है. इससे हमारे किसानों, दुकानदारों, छोटे एवं मझले इकाइयों पर गंभीर दुष्परिणाम होंगे.
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पीएम मोदी की RCEP समझौते से 'व्यापक और संतुलित' परिणाम जैसी प्रतिबद्धता पर गोयल ने कहा, प्रधानमंत्री ने कहा है कि RCEP सकारात्मक होना चाहिए, और हम भी लाभदायक (win-win) परिणाम ही चाहेंगे. गोयल ने कहा कि हमारा मानना है कि RCEP लाभदायक हो, इसके लिए, सतत व्यापार घाटे पर हमारी चिंताओं को दूर करना महत्वपूर्ण है.
क्या है RCEP
RCEP दुनिया के सबसे बड़े मुक्त व्यापार समझौता है. इसमें कुल 16 देश शामिल हैं. इसमें 10 आसियान देश भी शामिल हैं. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी बैकॉक RCEP की बैठक में शामिल होने के लिए मौजूद हैं. बता दें कि RCEP बैठक चार नवंबर को होगी और पीएम मोदी इस बैठक में हिस्सा लेंगे.