ETV Bharat / bharat

कर्नाटक में बाढ़ का कहर : येदियुरप्पा बोले - 'लगता है हमारे सितारे ही गर्दिश में'

बाढ़ को लेकर देश के कई राज्यों के हालात काफी चिंताजनक हो गये हैं. दक्षिण भारत के तमाम राज्यों की स्थिति नाजुक बनी हुई है. बता दें कि कर्नाटक भी भयंकर बाढ़ की गिरफ्त में है, 18 अक्टूबर से बुधवार तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है. पढ़ें पूरी खबर....

कर्नाटक में बाढ़ का कहर
author img

By

Published : Oct 23, 2019, 6:13 PM IST

बेंगलुरु : कर्नाटक में बारिश व बाढ़ ने काफी तबाही मचा रखी है. इस वजह से कई नदियां और नाले उफान पर हैं. पिछले 6 दिनों के दौरान हुई बारिश और उसके चलते आई बाढ़ की वजह से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है.

राज्य सरकार द्वारा एकत्र आंकड़ों के अनुसार, पिछले छह दिनों में कई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण 150 पशुओं की भी मौत हो गई है और 10,000 से अधिक घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.

बारिश की वजह से दोबारा आई बाढ़ पर मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपनी किस्मत को कोसा है. दो महीने पहले अगस्त में भी राज्य को बाढ़ की विभिषिका का सामना करना पड़ा था.

उन्होंने कहा, 'पिछली बार भी भारी बारिश हुई थी. लगता है कि हमारे सितारे ही ठीक नहीं हैं.’

पढ़ें : कर्नाटक में भारी बारिश के बाद बाढ़ की चपेट में सवदत्ती येलाम्मा मंदिर

येदियुरप्पा ने पत्रकारों से कहा, ‘एक बार फिर वर्षा के देवता (वरुण) नाराज हैं और कई जिलों में बारिश हो रही है. कई गांव डूब गये हैं. मौतें हो रही हैं और वाहन बाढ़ में बह गये हैं.'

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जिला प्रशासन से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये बारिश से प्रभावित लोगों को सहायता मुहैया कराने के लिए चर्चा कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि दो महीने पहले आई बाढ़ के दौरान लोगों की जिस तरह से मदद की गई थी, उसी तरह की मदद इस बार भी की जाएगी.

मुख्यमंत्री के मुताबिक बेलगावी, बगलकोट, विजयपुरा, कलबुर्गी, गदग, हुबली, धारवाड़ और मैसुरु, कोडागू और चिकमगलूर जिले के हिस्से तेज बारिश के बीच एक बार फिर आई बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. राज्य के कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं और कई जगह पर आवाजाही बाधित हुई है.

उल्लेखनीय कि इस साल अगस्त में आई बाढ़ से कर्नाटक के 22 जिले प्रभावित हुए थे.

पढ़ें : मानसूनी बारिश की बाढ़ से देशभर में 2,100 से ज्यादा मौतें : गृह मंत्रालय

साथ ही कर्नाटक में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राहत-बचाव कार्य के लिए सेना को उतार दिया गया है. तेज बारिश की वजह से रायचूर, धारवाड़, बेलगावी, कलबुर्गी, विजयपुरा, बगलकोट व शिवमोगा में बाढ़ जैसे हालात बन गये हैं.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति वापस लाने के लिए, राज्य प्रशासन ने पीड़ितों के लिए राहत शिवर बनाये हैं. बता दें कि बागलकोट में, सात राहत शिविरों में 3,734 लोगों को लाया गया है.

बेंगलुरु : कर्नाटक में बारिश व बाढ़ ने काफी तबाही मचा रखी है. इस वजह से कई नदियां और नाले उफान पर हैं. पिछले 6 दिनों के दौरान हुई बारिश और उसके चलते आई बाढ़ की वजह से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है.

राज्य सरकार द्वारा एकत्र आंकड़ों के अनुसार, पिछले छह दिनों में कई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण 150 पशुओं की भी मौत हो गई है और 10,000 से अधिक घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.

बारिश की वजह से दोबारा आई बाढ़ पर मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपनी किस्मत को कोसा है. दो महीने पहले अगस्त में भी राज्य को बाढ़ की विभिषिका का सामना करना पड़ा था.

उन्होंने कहा, 'पिछली बार भी भारी बारिश हुई थी. लगता है कि हमारे सितारे ही ठीक नहीं हैं.’

पढ़ें : कर्नाटक में भारी बारिश के बाद बाढ़ की चपेट में सवदत्ती येलाम्मा मंदिर

येदियुरप्पा ने पत्रकारों से कहा, ‘एक बार फिर वर्षा के देवता (वरुण) नाराज हैं और कई जिलों में बारिश हो रही है. कई गांव डूब गये हैं. मौतें हो रही हैं और वाहन बाढ़ में बह गये हैं.'

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जिला प्रशासन से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये बारिश से प्रभावित लोगों को सहायता मुहैया कराने के लिए चर्चा कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि दो महीने पहले आई बाढ़ के दौरान लोगों की जिस तरह से मदद की गई थी, उसी तरह की मदद इस बार भी की जाएगी.

मुख्यमंत्री के मुताबिक बेलगावी, बगलकोट, विजयपुरा, कलबुर्गी, गदग, हुबली, धारवाड़ और मैसुरु, कोडागू और चिकमगलूर जिले के हिस्से तेज बारिश के बीच एक बार फिर आई बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. राज्य के कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं और कई जगह पर आवाजाही बाधित हुई है.

उल्लेखनीय कि इस साल अगस्त में आई बाढ़ से कर्नाटक के 22 जिले प्रभावित हुए थे.

पढ़ें : मानसूनी बारिश की बाढ़ से देशभर में 2,100 से ज्यादा मौतें : गृह मंत्रालय

साथ ही कर्नाटक में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राहत-बचाव कार्य के लिए सेना को उतार दिया गया है. तेज बारिश की वजह से रायचूर, धारवाड़, बेलगावी, कलबुर्गी, विजयपुरा, बगलकोट व शिवमोगा में बाढ़ जैसे हालात बन गये हैं.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति वापस लाने के लिए, राज्य प्रशासन ने पीड़ितों के लिए राहत शिवर बनाये हैं. बता दें कि बागलकोट में, सात राहत शिविरों में 3,734 लोगों को लाया गया है.

ZCZC
PRI GEN NAT
.BENGALURU MDS1
KA-FLOODS
Ministers to be deputed to flood affected areas in Karnataka
Bengaluru, Oct 22 (PTI) With parts of Karnataka facing a
deluge for the second time in the last couple of months,
killing 12 people so far, the state cabinet on Tuesday decided
to depute its Ministers to the flood affected regions to
oversee rescue and relief work.
"From tomorrow we will form a team of Ministers and
visit flood affected areas.
The relief that has already been given by the government
to those affected by floods (in August) will be applicable to
those getting affected now," Law and Parliamentary Affairs
Minister J C Madhuswamy said.
Speaking to reporters here, he said relief centres would
be opened wherever necessary.
Ministers would stay in the affected areas and oversee
relief and rehabilitation work, along with the Deputy
Commissioners of the district, he said.
"After two to three days we will get back with reports
from affected regions and discuss the further course of
action," he added.
Torrential rains over the past few days, mainly in north
interior Karnataka, has wrecked havoc, with many rivers,
rivulets and small streams being in spate, reminiscent of the
floods in August this year.
The affected districts include Dharwad, Belagavi, Gadag,
Haveri, Vijayapura, Kalaburgai, Bagalkote, Shivamogga and
Chikkamagaluru, among others, where water has gushed into
houses and government buildings in low-lying areas.
Belagavi, yet to recover from the flood-fury two months
ago, has once again bore the brunt.
The Minister said rescue and relief operations are in
full swing.
"As rescue materials are available at the affected
regions after recent floods, there has been not much issue
with that. But still we have got reports about the deaths of
eleven-twelve people.
We have asked district administration to provide relief
to the kin of those deceased and ensure there is no
negligence," he said.
Official sources said 12 people have been killed in the
recent rains and floods in various parts of the state.
Forty five heads of cattle have perished and 5,444 houses
have been damaged.
A total of 12 relief camps have been set up in affected
districts like- Belagavi, Bagalkote, Chikkamagaluru, Kodagu
and Haveri, Chitradurga, Gadag and Dharrwad, where 2176 people
are taking shelter.
Two NDRF teams have been despatched to Belagavi in
addition to two SDRF teams already deputed there, officials
said, adding that the fire department was also fully prepared.
One NDRF team has also been deputed to Gadag district.
The outflow from dams was also being monitored, an
official release said, adding that inflow in the Krishna river
basin was likely to increase as parts of Maharashtra are
likely to receive heavy rains.
It said the met department has predicted normal rains in
most parts of north interior Karnataka for the next four to
five days and heavy rains in coastal and Malnad regions for
the next 24 hours
Orange and red alerts have been sounded for the next five
days in coastal and Malnad regions, they said.
Dams in Krishna and Cauvery basins have touched its full
level, officials said, adding that outflow has been increased
for proper water management
A total of 2,798 villages in 103 taluks of 22 districts
in Karnataka were affected by the rains and floods in August,
in which around seven lakh people were shifted to safe areas.
Ninety one people lost their lives and about 3,400 heads
of cattle perished.
The Centre had recently released Rs 1,200 crore as
interim relief to the state, which had sent a damage estimate
of Rs 35,160.81 crore. PTI KSU
APR
APR
10221607
NNNN
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.