बेंगलुरु : कर्नाटक में बारिश व बाढ़ ने काफी तबाही मचा रखी है. इस वजह से कई नदियां और नाले उफान पर हैं. पिछले 6 दिनों के दौरान हुई बारिश और उसके चलते आई बाढ़ की वजह से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है.
राज्य सरकार द्वारा एकत्र आंकड़ों के अनुसार, पिछले छह दिनों में कई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण 150 पशुओं की भी मौत हो गई है और 10,000 से अधिक घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.
बारिश की वजह से दोबारा आई बाढ़ पर मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपनी किस्मत को कोसा है. दो महीने पहले अगस्त में भी राज्य को बाढ़ की विभिषिका का सामना करना पड़ा था.
उन्होंने कहा, 'पिछली बार भी भारी बारिश हुई थी. लगता है कि हमारे सितारे ही ठीक नहीं हैं.’
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येदियुरप्पा ने पत्रकारों से कहा, ‘एक बार फिर वर्षा के देवता (वरुण) नाराज हैं और कई जिलों में बारिश हो रही है. कई गांव डूब गये हैं. मौतें हो रही हैं और वाहन बाढ़ में बह गये हैं.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जिला प्रशासन से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये बारिश से प्रभावित लोगों को सहायता मुहैया कराने के लिए चर्चा कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि दो महीने पहले आई बाढ़ के दौरान लोगों की जिस तरह से मदद की गई थी, उसी तरह की मदद इस बार भी की जाएगी.
मुख्यमंत्री के मुताबिक बेलगावी, बगलकोट, विजयपुरा, कलबुर्गी, गदग, हुबली, धारवाड़ और मैसुरु, कोडागू और चिकमगलूर जिले के हिस्से तेज बारिश के बीच एक बार फिर आई बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. राज्य के कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं और कई जगह पर आवाजाही बाधित हुई है.
उल्लेखनीय कि इस साल अगस्त में आई बाढ़ से कर्नाटक के 22 जिले प्रभावित हुए थे.
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साथ ही कर्नाटक में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राहत-बचाव कार्य के लिए सेना को उतार दिया गया है. तेज बारिश की वजह से रायचूर, धारवाड़, बेलगावी, कलबुर्गी, विजयपुरा, बगलकोट व शिवमोगा में बाढ़ जैसे हालात बन गये हैं.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति वापस लाने के लिए, राज्य प्रशासन ने पीड़ितों के लिए राहत शिवर बनाये हैं. बता दें कि बागलकोट में, सात राहत शिविरों में 3,734 लोगों को लाया गया है.