तिरुवनंतपुरम : केरल सरकार द्वारा सौर घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपने का जवाब देते हुए, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मामले में आरोपी ओमान चांडी ने कहा कि वह जांच से डरते नहीं हैं. चांडी ने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने पिछले आठ वर्षों में इस मामले में बाधा डालने की कोई कोशिश नहीं की और अभी वर्तमान में सरकार जानबूझकर मामले को अलग मोड़ दे रही है.
उन्होंने आगे कहा कि यह मामला वाम सरकार के पास बूमरैंग के रूप में वापस आ जाएगा. ओमान चांडी ने कहा कि सरकार की निष्क्रियता को छुपाने के लिए यह जांच की जा रही है.
ओमान चांडी ने बताया कि तीन डीजीपी ने पहले मामले की जांच की थी, लेकिन कुछ भी नहीं मिला. उन्होंने आगे कहा कि पिछली यूडीएफ सरकार के अंतिम दिनों के दौरान सीबीआई जांच के लिए लवलीन मामले को दिया गया था, क्योंकि एक प्रमुख मलयालम समाचार पत्र में एलडीएफ और यूडीएफ की तरफ इशारा करते हुए 'हर कोई चोर है' शीर्षक से एक समाचार रिपोर्ट दिखाई गई थी.