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जयपुरः OLX पर सेना का जवान बन किया जा रहा है साइबर क्राइम

राजधानी में लगातार साइबर ठग OLX के जरिए ठगी के वारदात को अंजाम दे रहें है. अपने आप को सेना का जवान या सेना से जुड़ा बता कर लोगों को साइबर ठगी का शिकार बना रहे हैं. 1 महीनें में इस तरह की 14 से अधिक वारदात सामने आए है.

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Published : Aug 2, 2019, 1:41 PM IST

जयपुर.राजधानी में साइबर ठगों ने ठगी का नया तरीका इजाद किया है. साइबर ठग OLX के जरिए ठगी के वारदात को अंजाम दे रहें है. जिसमें वह सेना से जुड़े हुए लोगों की आईडी का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रहें है. ये ठग अपने आप को सेना का जवान या सेना से जुड़ा बता कर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं. ये ठग OLX पर कीमती सामानों के सस्ते दामों बेचने का विज्ञापन दे रहें है. OLX के जरिए झांसा देकर साइबर ठग लोगों से लाखों रुपए ऐंठ रहे हैं.

वीडियो देखें.

राजधानी में साइबर ठगी की ऐसी दर्जनों वारदातों घटित हो चुकी है.साइबर ठगों की एक नई करतूत जयपुर पुलिस के लिए एक बड़ा सिरदर्द बनी हुई है.राजधानी में पिछले 1 महीनें में इस तरह की 14 से अधिक वारदात घटित हुई हैं. जो कि जयपुर पुलिस के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है.

पढ़ें-जयपुर: कांग्रेस ने खेला सॉफ्ट हिंदुत्व का दाव, विधानसभा में गहलोत ने लगवाए राम के नारे

स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम पुलिस के थानाधिकारी संजय आर्या ने बाताया कि ये ठग बहुत ही चालाक हैं. पैसे मंगाने के लिए ये ठग पेटीएम का उपयोग करते . पेटीएम अकाउंट को आसानी से ट्रेस नहीं किया जा सकता. जिस वजह से इन तक पहुंचने पुलिस को समस्या हो रही है.

पढ़ें-जयपुर के एक मार्बल व्यापारी से 14 लाख की साइबर ठगी

इस तरह से देते है साइबर ठग देते है OLX ठगी को अंजाम-
साइबर ठग साइबर ठग OLX पर सेना के अधिकारी या जवान के नाम से फर्जी आईडी बनाते है. जिस पर ये ठग महंगे-महंगे मोबाइल, मोटरसाइकिल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का सस्ते दामों पर विज्ञापन डालते है. अगर कोई व्यक्ति सामान खरीदने की इच्छा जताता है. तब ये ठग उस व्यक्ति से बोलते है कि पहले कुछ राशि एडवांस के रुप में मांगते है. शेष राशि सामान मिलने के बाद देने का झांसा देते है. इन ठगों के झांसे में आकर लोग बड़ी आसानी से बताई गई राशि पेटीएम अकाउंट में ट्रांसफर कर देते हैं. इसके बाद ये ठग सामान देने के लिए किसी स्थान पर पीड़ित को बुलाते है. जब पीड़ित वहां पहुंचता है तो उसे कोई भी नहीं मिलता है.साथ ही जब वह सामान बेचने वाले व्यक्ति को फोन करता है, तो उसका मोबाइल फोन भी बंद आता है. इस प्रकार ये ठग OLX पर साइवर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं.

पढ़ें- जयपुर में बढ़ रहा साइबर ठगों का आतंक, फिर हुई 11 लाख की ठगी

एयरपोर्ट पर समान देने का झांसा देकर ठगी-
राजधानी में ऐसे अनेक मामले सामने आए हैं जिसमें खुद को एयरपोर्ट बता कर साइबर ठगों ने पेटीएम पर राशि जमा करवाई है. सामान लेने के लिए पीड़ित को एयरपोर्ट आने के लिए कहा है. साइबर ठगों द्वारा खुद को एयरपोर्ट पर तैनात बता कर लोगों को झांसा दिया जाता है. फिर उन्हें ठगी का शिकार बनाया जाता है. जब पीड़ित सामान लेने के लिए एयरपोर्ट पहुंचता है तो वहां पर उसे उस नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं मिलता और साथ ही उसका मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आता है.

पढ़ें-सेना का भूतपूर्व जवान बता कर OLX पर युवक से की रॉयल इनफिल्ड मोटरसाइकिल सौदे में ठगी

OLX साइबर ठगों की चाल से बचने के उपाय-
साइबर ठगों के इस नए पैंतरे से बचने का एकमात्र उपाय सजग और सतर्क रहना है. जब भी OLX पर कोई ऐसे लुभावने ऑफर दिखाई दें जिसमें बहुत ही कम कीमत पर कोई कीमती सामान या इलेक्ट्रॉनिक आइटम बेचने का दावा किया जा रहा हो तो इस तरह के झांसे में ना आए. साथ ही एडवांस में किसी भी तरह का कोई पेमेंट बैंक खाते या पेटीएम में जमा ना करवाएं. ऐसे अकाउंट की रिपोर्ट करेंजिस पर बेहद कम कीमतों में सामान बेचने का झांसा दिया जा रहा हो. साथ ही ऐसे अकाउंट की डिटेल साइबर क्राइम थाना पुलिस को भी दें.

जयपुर.राजधानी में साइबर ठगों ने ठगी का नया तरीका इजाद किया है. साइबर ठग OLX के जरिए ठगी के वारदात को अंजाम दे रहें है. जिसमें वह सेना से जुड़े हुए लोगों की आईडी का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रहें है. ये ठग अपने आप को सेना का जवान या सेना से जुड़ा बता कर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं. ये ठग OLX पर कीमती सामानों के सस्ते दामों बेचने का विज्ञापन दे रहें है. OLX के जरिए झांसा देकर साइबर ठग लोगों से लाखों रुपए ऐंठ रहे हैं.

वीडियो देखें.

राजधानी में साइबर ठगी की ऐसी दर्जनों वारदातों घटित हो चुकी है.साइबर ठगों की एक नई करतूत जयपुर पुलिस के लिए एक बड़ा सिरदर्द बनी हुई है.राजधानी में पिछले 1 महीनें में इस तरह की 14 से अधिक वारदात घटित हुई हैं. जो कि जयपुर पुलिस के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है.

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स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम पुलिस के थानाधिकारी संजय आर्या ने बाताया कि ये ठग बहुत ही चालाक हैं. पैसे मंगाने के लिए ये ठग पेटीएम का उपयोग करते . पेटीएम अकाउंट को आसानी से ट्रेस नहीं किया जा सकता. जिस वजह से इन तक पहुंचने पुलिस को समस्या हो रही है.

पढ़ें-जयपुर के एक मार्बल व्यापारी से 14 लाख की साइबर ठगी

इस तरह से देते है साइबर ठग देते है OLX ठगी को अंजाम-
साइबर ठग साइबर ठग OLX पर सेना के अधिकारी या जवान के नाम से फर्जी आईडी बनाते है. जिस पर ये ठग महंगे-महंगे मोबाइल, मोटरसाइकिल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का सस्ते दामों पर विज्ञापन डालते है. अगर कोई व्यक्ति सामान खरीदने की इच्छा जताता है. तब ये ठग उस व्यक्ति से बोलते है कि पहले कुछ राशि एडवांस के रुप में मांगते है. शेष राशि सामान मिलने के बाद देने का झांसा देते है. इन ठगों के झांसे में आकर लोग बड़ी आसानी से बताई गई राशि पेटीएम अकाउंट में ट्रांसफर कर देते हैं. इसके बाद ये ठग सामान देने के लिए किसी स्थान पर पीड़ित को बुलाते है. जब पीड़ित वहां पहुंचता है तो उसे कोई भी नहीं मिलता है.साथ ही जब वह सामान बेचने वाले व्यक्ति को फोन करता है, तो उसका मोबाइल फोन भी बंद आता है. इस प्रकार ये ठग OLX पर साइवर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं.

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एयरपोर्ट पर समान देने का झांसा देकर ठगी-
राजधानी में ऐसे अनेक मामले सामने आए हैं जिसमें खुद को एयरपोर्ट बता कर साइबर ठगों ने पेटीएम पर राशि जमा करवाई है. सामान लेने के लिए पीड़ित को एयरपोर्ट आने के लिए कहा है. साइबर ठगों द्वारा खुद को एयरपोर्ट पर तैनात बता कर लोगों को झांसा दिया जाता है. फिर उन्हें ठगी का शिकार बनाया जाता है. जब पीड़ित सामान लेने के लिए एयरपोर्ट पहुंचता है तो वहां पर उसे उस नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं मिलता और साथ ही उसका मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आता है.

पढ़ें-सेना का भूतपूर्व जवान बता कर OLX पर युवक से की रॉयल इनफिल्ड मोटरसाइकिल सौदे में ठगी

OLX साइबर ठगों की चाल से बचने के उपाय-
साइबर ठगों के इस नए पैंतरे से बचने का एकमात्र उपाय सजग और सतर्क रहना है. जब भी OLX पर कोई ऐसे लुभावने ऑफर दिखाई दें जिसमें बहुत ही कम कीमत पर कोई कीमती सामान या इलेक्ट्रॉनिक आइटम बेचने का दावा किया जा रहा हो तो इस तरह के झांसे में ना आए. साथ ही एडवांस में किसी भी तरह का कोई पेमेंट बैंक खाते या पेटीएम में जमा ना करवाएं. ऐसे अकाउंट की रिपोर्ट करेंजिस पर बेहद कम कीमतों में सामान बेचने का झांसा दिया जा रहा हो. साथ ही ऐसे अकाउंट की डिटेल साइबर क्राइम थाना पुलिस को भी दें.

Intro:जयपुर
एंकर- साइबर ठगों की एक नई करतूत जयपुर पुलिस के लिए एक बड़ा सिरदर्द बनी हुई है। साइबर ठगों ने इस बार ठगी का एक नया तरीका इजाद किया है जिसमें वह सेना से जुड़े हुए लोगों की आईडी का गलत तरीके से इस्तेमाल कर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। सेना से जुड़े व्यक्ति द्वारा ओएलएक्स पर सस्ती दरों में सामान बेचने का झांसा देकर साइबर ठग लोगों से लाखों रुपए ऐंठ रहे हैं। राजधानी में साइबर ठगी की ऐसी दर्जनों वारदातों घटित हो चुकी है।Body:वीओ- साइबर ठगों द्वारा सेना से जुड़े हुए लोगों की आईडी का गलत तरीके से इस्तेमाल कर लोगों को ठगी का शिकार बनाए जाने की वारदात जयपुर पुलिस के लिए गले का फांस बनी हुई है। साइबर ठग ओएलएक्स पर सेना के अधिकारी और जवान के नाम से फर्जी आईडी क्रिएट कर मोबाइल, मोटरसाइकिल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम सस्ती दरों पर बेचने का झांसा देते हैं। जब भी कोई व्यक्ति सामान खरीदने मैं अपनी इच्छा जताता है तो उस व्यक्ति से पेटीएम पर कुछ राशि एडवांस में मंगा ली जाती है और शेष राशि सामान मिलने के बाद देने का झांसा दिया जाता है। साइबर ठगों के झांसे में आकर लोग बड़ी आसानी से साइबर ठगों द्वारा बताई गई राशि पेटीएम अकाउंट में ट्रांसफर कर देते हैं। इसके बाद जब साइबर ठगों द्वारा बताए गए स्थान पर समान लेने के लिए पीड़ित पहुंचता है तो वहां उसे कोई भी नहीं मिलता है। साथ ही जब वह सामान बेचने वाले व्यक्ति से संपर्क करने का प्रयास करता है तो उसका मोबाइल फोन भी बंद आता है। इस प्रकार से अपने साथ हुई ठगी का अहसास होने पर पीड़ित साइबर पुलिस के पास अपनी पीड़ा लेकर पहुंचता है।

एयरपोर्ट पर समान देने का झांसा देकर ठगी

यदि बात की जाए इस तरह की ठगी की वारदातों की तो राजधानी में पिछले 1 माह में 14 से भी अधिक इस तरह की वारदात घटित हुई हैं। साइबर ठग ओएलएक्स पर सस्ती दरों पर सामान बेचने का झांसा देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और फिर पेटीएम पर राशि ट्रांसफर करवा लेते हैं। राजधानी में ऐसे अनेक मामले सामने आए हैं जिसमें खुद को सेना से जुड़ा बता कर साइबर ठगों ने पेटीएम पर राशि जमा करवाई है और सामान लेने के लिए पीड़ित को एयरपोर्ट आने को कहा है। साइबर ठगों द्वारा खुद को एयरपोर्ट पर तैनात बता कर लोगों को झांसे में लिया जाता है और फिर उन्हें ठगी का शिकार बनाया जाता है। जब पीड़ित सामान लेने के लिए एयरपोर्ट पहुंचता है तो वहां पर उसे उस नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं मिलता और साथ ही उसका मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आता है।

सब ठगों की चाल से बचने के उपाय

साइबर ठगों के इस नए पैंतरे से बचने का एकमात्र उपाय सजग और सतर्क रहना है। जब भी ओएलएक्स पर कोई ऐसे लुभावने ऑफर दिखाई दें जिसमें बहुत ही कम कीमत पर कोई कीमती सामान या इलेक्ट्रॉनिक आइटम बेचने का दावा किया जा रहा हो तो इस तरह के झांसे में ना आए। साथ ही एडवांस में किसी भी तरह का कोई पेमेंट बैंक खाते या पेटीएम में जमा ना करवाएं। ऐसे अकाउंट की रिपोर्ट करें जिस पर बेहद कम कीमतों में सामान बेचने का झांसा दिया जा रहा हो। साथ ही ऐसे अकाउंट की डिटेल साइबर क्राइम थाना पुलिस को भी दें।

बाइट- संजय आर्या, थानाधिकारी- स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम पुलिसConclusion:
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