नई दिल्लीःरविवार को विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस साल पाकिस्तान ने 2050 बार अकारण युद्ध विराम का उल्लंघन किया जिसमें 21 भारतीय नागरिकों की जान जा चुकी है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, हमने पाकिस्तानी सेना द्वारा अकारण युद्धविराम उल्लंघन पर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं. इसमें सीमा पार आतंकवादी घुसपैठ का समर्थन और उनके द्वारा भारतीय नागरिकों और सीमा चौकियों को निशाना बनाना शामिल है.
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उन्होंने कहा, इस साल पाक सेना द्वारा 2050 बार अकारण युद्धविराम उल्लंघन किया गया जिसमें 21 भारतीय नागरिकों ने जान गवाई है.
कुमार ने आगे कहा, भारत ने पाकिस्तान से बार-बार कहा है किपाक सेना 2003 युद्धविराम समझौते पर अमल करे और नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ शांति बनाए रखें.
उन्होंने आगे कहा, भारतीय सेना अधिकतम संयम बरतती है और सीमा पर आतंकवादी घुसपैठ का और अकारण उल्लंघन के प्रयासों का जवाब देती है.
विदेश मंत्रालय का यह बयान तब आया जब हाल ही में पाक ने निंयत्रण रेखा के पास मारे गए अपने सैनिकों के शव ले जाने के लिए सफेद झंडा दिखाया था.
पाक सैनिक सिंतबर 13 को शव नियंत्रण रेखा के पास से लेकर जा पाए. भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान ने दो दिनो तक बल का प्रयोग करके शवों को ले जाने की कोशिश की थी पर भारतीय सेना ने उनको नाकाम कर दिया था.
आपको बता दें जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में जुलाई के आखरी हफ्ते में मारे गए बैट घुसपैठियों की लाशें अभी भी वही लावारिस पड़ी हैं.
शनिवार को सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रनबीर सिंह ने पाकिस्तान से सैन्य खतरे के मद्देनजर एलओसी के पास सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की. इससे पहले, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने नियंत्रण रेखा पर भारत की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए घाटी का दौरा किया था.
गौरतलब है, सेना के सूत्रों के हवालों से पता चला कि सितंबर के पहले हफ्ते में, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा से 30 किमी दूर अपने क्षेत्र में एक ब्रिगेड के आकार की सेना को तैनात कर चुका है.