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हमारी दिशादृष्टि सरकार गठन तक सीमित नहीं है : नितिन गडकरी - बीजेपी दृष्टिकोण राष्ट्र निर्माण

भाजपा की दिशादृष्टि सिर्फ सरकार गठन तक सीमित नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण से संबंधित है. यह कहना है भाजपा नेता नितिन गडकरी. विस्तार से जानने के लिए पढ़ें, पूरी खबर..

नितिन गडकरी.
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Published : Nov 16, 2019, 8:21 AM IST

पुणे: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उससे जुड़े संगठनों की दिशादृष्टि बस 'सरकार गठन' तक सीमित नहीं है, बल्कि उसका संबंध राष्ट्र निर्माण से है. वह यहां आरएसएस की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'हमारी (संघ परिवार की) स्पष्ट दिशादृष्टि है, यह बस सरकार गठन या किसी को मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनाने तक सीमित नहीं है.'

उन्होंने कहा, 'अपनी विचारधारा के बारे में हमारी स्पष्ट दिशादृष्टि है और हमें राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए काम करना चाहिए.'

पढ़ें: BJP के पास 119 विधायक, बनाएंगे सरकार : चंद्रकांत पाटिल

गडकरी ने महाराष्ट्र की वर्तमान राजनीतिक स्थिति के बारे में कोई सीधी टिप्पणी नहीं की जहां उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बावजूद सरकार नहीं बना पायी.

उन्होंने कहा, 'विचारधारा महत्वपूर्ण है, लेकिन मानवीय संबंध हमारे लिए और भी महत्वपूर्ण हैं.'

पुणे: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उससे जुड़े संगठनों की दिशादृष्टि बस 'सरकार गठन' तक सीमित नहीं है, बल्कि उसका संबंध राष्ट्र निर्माण से है. वह यहां आरएसएस की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'हमारी (संघ परिवार की) स्पष्ट दिशादृष्टि है, यह बस सरकार गठन या किसी को मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनाने तक सीमित नहीं है.'

उन्होंने कहा, 'अपनी विचारधारा के बारे में हमारी स्पष्ट दिशादृष्टि है और हमें राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए काम करना चाहिए.'

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गडकरी ने महाराष्ट्र की वर्तमान राजनीतिक स्थिति के बारे में कोई सीधी टिप्पणी नहीं की जहां उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बावजूद सरकार नहीं बना पायी.

उन्होंने कहा, 'विचारधारा महत्वपूर्ण है, लेकिन मानवीय संबंध हमारे लिए और भी महत्वपूर्ण हैं.'

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 0:33 HRS IST




             
  • शबाना आजमी ने अभिव्यक्ति की आजादी के पक्ष आवाज उठायी, ममता बनर्जी ने किया समर्थन



कोलकाता, 15 नवंबर (भाषा) जानीमानी अभिनेत्री शबाना आजमी ने शुक्रवार को कहा कि कलाकारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने की किसी भी कोशिश का ‘जबर्दस्त विरोध’ करना होगा जिसका पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने समर्थन किया।



यहां 25 वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव के समापन दिन अपने संबोधन में आजमी ने कहा कि बहुलतावाद और मिलीजुली संस्कृति एक ऐसी चीज है जिस पर भारत को सदैव नाज रहा है और संविधान उसकी गारंटी देता है।



कई दशक के अपने करियर के दौरान कई प्रशंसनीय फिल्मों में अभिनय कर चुकीं आजमी ने कहा, ‘‘ कला को सामाजिक बदलाव के औजार के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। मैं मानती हूं कि सिनेमा में यह योग्यता है और यह (सामाजिक बदलाव) तभी संभव है जब कलाकारों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रा दी जाए।’’



फिल्म ‘अर्थ’ की अभिनेत्री ने कहा, ‘‘कला का उद्देश्य उस किसी भी विषय पर रूचि जगाना और चर्चा शुरू करना है जिसे समाज वर्जना मानता है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने की किसी भी कोशिश का जर्बदस्त विरोध किया जाएगा।’’



बाद में बनर्जी ने अपने समापन भाषण में कहा, ‘‘ आज के समय में इसकी बहुत जरूरत है। लोगों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को नहीं छीना जा सकता है... हमारा संविधान लोकतांत्रिक अधिकारों को सुरक्षा प्रदान करता है और इसे कभी नहीं छीना जा सकता।’’


Conclusion:
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