नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और केरल के एर्नाकुलम में अलकायदा मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. छापेमारी के बाद अल-कायदा से संबंधित नौ आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है.
एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए गए नौ अल-कायदा आतंकवादियों में से चार हथियारों के वितरण के लिए कश्मीर जाने की योजना बना रहे थे. यह चारों आतंकवादी सीधे पाकिस्तान में अल-कायदा के संचालकों के संपर्क में थे.
आतंकियों की पहचान
नौ गिरफ्तार अल-कायदा आतंकवादियों के नाम का खुलासा हुआ है. इनमें पश्चिम बंगाल के लीयू यीन अहमद, गाजी मियां, अबू सूफियान, अतीकुर रहमान, अल मामून कमाल और मैनुल मंडल के साथ केरल के मोसराफ हुसैन, मुर्शीद हसन और इयाकुब बिसवास शामिल है.
जानकारी के अनुसार मोसराफ हुसैन घोषपारा के जलांगी का रहने वाला है और पिछले 10 सालों से केरल के एर्नाकुलम में काम कर रहा था. एनआईए ने मोसराफ हुसैन के जरिए बाकी के आतंकियों को पकड़ने में सफलता हालिस की. इसके पहले मोसराफ हुसैन के भाई अतिकुर रहमान को गिरफ्तार किया गया था.
इसके बाद लीयू यीन अहमद को गिरफ्तार किया गया, जो डोमकल कॉलेज का अस्थायी कर्मचारी था. लीयू यीन अहमद के घर से एक बुलेट प्रूफ जैकेट और एक पिस्तौल भी बरामद की गई.
गाजी मियां के घर से भी कई दस्तावेज जब्त किए गए. इसे डोमकल के हितानपुर से गिरफ्तार किया गया.
गोला-बारूद जब्त
अलकायदा मॉड्यूल के पास से बड़ी मात्रा में डिजिटल उपकरण, दस्तावेज, जिहादी साहित्य, धारदार हथियार, गोला-बारूद जब्त किए गए हैं.
प्रारंभिक जांच के अनुसार, इन आरोपियों को सोशल मीडिया के माध्यम से अल-कायदा आतंकवादियों द्वारा कट्टरपंथी बनाया गया और राष्ट्रीय राजधानी सहित कई स्थानों पर हमले करने के लिए प्रेरित किया गया.
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खबरों के अनुसार एनआईए की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर इन स्थानों पर छापेमारी करके देश को आने वाले खतरे से सुरक्षित किया है. एनआईए ने अलकायदा के संचालकों को छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया है. अभी आगे और कितनी गिरफ्तारियां होनी है, इसकी सूचना मिलनी बाकी है.
इस गिरोह के कुछ सदस्य हथियारों और गोला-बारूद की खरीद के लिए नई दिल्ली जाने की योजना बना रहे थे और पैसे इक्ट्ठा कर रहे थे. इस गिरफ्तारी से देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाले संभावित आतंकवादी हमले को रोक दिया है.