नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश स्थित लखीमपुर खीरी जिले के एक गांव में अनुसूचित जाति की एक नाबालिग की दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान में लिया है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी कर छह सप्ताह में जवाब तलब किया है.
इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
लखीमपुर खीरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में कथित तौर पर कहा है कि आईपीसी और पॉक्सो अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्होंने कहा है कि घटना के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. मामले में पुलिस ने अपराधियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासूका ) भी लगाया है.
दरअसल, लखीमपुर खीरी जिले के ईसानगर थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर शाम एक बच्ची का शव मिलने की पुलिस को सूचना मिली थी. गन्ने के खेत में शव मिलने से सनसनी मच गई थी. बच्ची की आंख के पास कुछ चोट के निशान भी थे और मुंह से खून निकल रहा था.
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पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. रविवार देर शाम आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के साथ रेप और हत्या करने की पुष्टि हुई. हालांकि इस मामले में बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए थे. बच्ची के पिता ने आरोप लगाया था कि बच्ची की आंखें भी फोड़ी गई हैं. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हुई है.