कोलकाता : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में एक शिक्षक और उसके पूरे परिवार की हत्या कर दी गई है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने कहा है कि शिक्षक संघ से जुड़े हुए थे.
इस पर बीजेपी नेता बैजयंत पांडा ने कहा है ये घटना काफी दिल दहलाने वाली है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से एक गर्भवती महिला, एक छोटे बच्चे और शिक्षक की जिस तरह हत्या हुई है, ये चौंकाने वाली बात है कि इस घटना की जैसी निंदा होनी चाहिए वैसी नहीं हो रही है.
बंगाल में राजनीतिक हिंसा के सवाल पर पांडा ने कहा कि बीजेपी-आरएसएस से जुड़े लोगों की आए दिन हत्या होती है, ये कोई नई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं पर आत्म समीक्षा करने का समय है.
पांडा ने कहा कि धर्म, जाति, संगठन से जुड़े होने पर हत्या कर दिए जाने के बाद भी निंदा और कार्रवाई न होना सोचने का विषय है.
राज्य की कानून व्यवस्था के सवाल पर कहा कि ये सभी को पता है, इसकी केंद्र से जांच कराई जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मीडिया में भी इस घटना को वैसी जगह नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि बुद्धिजीवियों को भी आत्म समीक्षा करनी चाहिए की सेलेक्टिव आक्रोश क्यों व्यक्त होता है, क्या ये सही है? नागरिकों को भी इस पर विचार करना होगा. हालात बदलने चाहिए.
मानवाधिकार का लगातार हनन हो रहा है क्यों कि वहां कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. पहले भी देखा गया कि चुनाव के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई. उससे पहले संघ के कार्यकर्ताओं को मारा गया, लेकिन ये जो हत्या हुई है वो बहुत ज्यादा भयानक है.
अनुच्छेद 370 हटाने पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब हुई. इस पर पांडा ने कहा कि उनके बयान को इतनी गंभीरता से लेने की आवश्यक्ता नहीं है. संयुक्त राष्ट्र में एक-दो देश को छोड़कर सभी देशों ने भारत का समर्थन किया.
क्या है पूरा मामला
इससे पहले पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में एक परिवार के तीन सदस्यों की कुछ अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जियागंज इलाके में मंगलवार को प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक बंधु गोपाल पाल (35), उनकी पत्नी ब्यूटी और उनके बेटे अंगन (8) का शव उन्हीं के घर से बरामद हुआ.
अधिकारी ने कहा, 'प्राथमिक जांच में प्रतीत होता है कि कुछ अज्ञात बदमाशों ने पाल के परिवार की सोमवार की रात हत्या कर दी. विजयदशमी के मौके पर स्थानीय लोगों ने जब उन्हें पूजा पंडाल में नहीं देखा तो वे उनके घर गए.'
उन्होंने कहा, 'स्थानीय लोगों ने पुलिस को जानकारी दी और खून में लथपथ शव बरामद किए. मामले में जांच शुरू कर दी गई है.'
स्थानीय लोगों के अनुसार पाल का परिवार करीब छह साल से जियागंज में रह रहा था.
(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई)