हैदराबाद : ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया है कि राजग सरकार रोजगार संकट और देश में कोविड-19 महामारी के कारण पड़े प्रतिकूल असर से निपटने के लिए चिंतित नहीं दिख रही है. उन्होंने कहा कि देश में 1.8 करोड़ से ज्यादा लोगों को वेतन नहीं मिल रहा और आठ करोड़ दिहाड़ी मजदूरों के पास काम नहीं है.
एआईएमआईएम के नेता ने शनिवार की रात यहां ऑनलाइन जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि खबर है कि लॉकडाउन के कारण 10 करोड़ बच्चे मध्याह्न भोजन से भी वंचित हैं.
ओवैसी ने आरोप लगाया कि अनियोजित, असंवैधानिक तरीके से लॉकडाउन लगाने के कारण देश में इस तरह की स्थिति पैदा हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि बाल टीकाकरण में भी 64 प्रतिशत की गिरावट आई है और लॉकडाउन के दौरान 10 लाख बच्चों का बीसीजी टीकाकरण नहीं हुआ.
ओवैसी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद से छह लाख बच्चों को पोलियो की दवा नहीं पिलाई जा सकी है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की सीमा पर चीनी घुसपैठ से भी चिंतित नहीं हैं.
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ओवैसी ने अपने समर्थकों से कोविड-19 महामारी के दौरान हर किसी की मदद करने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी.
एआईएमआईएम ने 2019 में उपचुनाव में मुस्लिम बहुल किशनगंज विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी.