चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने सभी प्रत्याशियों को चुनावी रण में उतार दिया है. साथ ही कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट भी जारी कर दी है. इस लिस्ट में सबसे अहम बात ये है कि कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू का नाम लिल्ट से गायब है.
कांग्रेस द्वारा जारी की गई स्टार प्रचारकों की लिस्ट में कुल 40 नाम शामिल हैं, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू को स्टार प्रचारक नहीं बनाया गया है. आपको बता दें कि हरियाणा कांग्रेस के कुछ नेता चाहते थे कि नवजोत सिंह सिद्धू विधानसभा चुनाव में प्रचार करने हरियाणा आएं.
वहीं कांग्रेस के आला नेता नहीं चाहते कि नवजोत सिंह सिद्धू को चुनाव प्रचार के लिए हरियाणा भेजा जाए, क्योंकि ऐसा करने पर राष्ट्रवाद के मुद्दे पर जनता को जवाब देना मुश्किल हो सकता है. कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक नेता नवजोत सिंह सिद्धू को स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नहीं चाहते.
प्रदेश के कई नेता लोकसभा चुनाव के दौरान रोहतक में सिद्धू की जनसभा में पाकिस्तान विरोधी नारे और सिद्धू पर एक महिला द्वारा चप्पल फेंके जाने से रोहतक लोकसभा सीट पर नुकसान की वजह मान रहे हैं. उनका मानना था कि उनके आने से चुनाव में असर पड़ सकता है.
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विवाद और सिद्धू
खालिस्तानी उग्रवादी और आतंकी हाफिज सईद के करीबी गोपाल सिंह चावला ने सिद्धू के साथ अपनी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी. इसके बाद सिद्धू की पाकिस्तान यात्रा विवादों में आ गई. देश की राजनीति में इस पर भूचाल मच गया था और विपक्षी दलों ने कांग्रेस से सिद्धू की मुलाकात पर स्टैंड साफ करने को कहा.
मामला बढ़ने पर नवजोत सिद्धू ने कहा था कि उन्हें राहुल गांधी ने ही पाकिस्तान भेजा था. उन्होंने कहा, 'मेरे कप्तान राहुल गांधी हैं, उन्होंने ही भेजा है हर जगह.' बाद में ये विवाद इतना बढ़ा कि उनकी पार्टी के कई नेताओं ने पंजाब लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन का ठीकरा सिद्धू के माथे पर फोड़ा.
विवादों के बीच मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से उनकी अनबन कुछ ज्यादा ही बढ़ गई और उन्हें पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा देना पड़ा. 6 जून को मंत्रिमंडल के पुनर्गठन में नवजोत सिंह सिद्धू से स्थानीय सरकार, पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों का विभाग लेकर उन्हें बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्रालय दे दिया गया था, जिसे स्वीकार करने से उन्होंने मना कर दिया.