ETV Bharat / bharat

CPM ने अमित शाह के खिलाफ चुनाव आयोग को लिखा पत्र, साध्वी प्रज्ञा को बताया आतंकी

CPM ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. उनका कहना है कि शाह ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है. जानें क्या है पूरा मामला......

सीपीएम नेता दिनेश वार्ष्णेय.
author img

By

Published : Apr 26, 2019, 9:11 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. दरअसल, शाह ने हाल ही में भारतीय सेना को 'नरेंद्र मोदी की सेना' कहा था. इसके साथ-साथ उन्होंने भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा को भी आड़े हाथों लिया.

इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से बात करते हुए, सीपीएम नेता दिनेश वार्ष्णेय ने कहा, 'चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को स्पष्ट रूप से बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान सेना के नाम का इस्तेमाल ना किया जाए. वोट हासिल करने के लिये उनके नाम का इस्तेमाल सेना का अपमान होगा.'

उन्होंने आगे कहा, 'ये तब तक भी सही था, जब तक पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बात की. लेकिन अब भाजपा अध्यक्ष भारतीय सेना को मोदी की सेना कहकर संबोधित कर रहे हैं, जो कि बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है. सशस्त्र बल किसी एक राजनीतिक दल से संबंधित नहीं हैं.'

दिनेश वार्ष्णेय ने कहा, 'पिछली बार चूरू चुनावों में भी उन्होंने शहीदों के नाम पर वोट लेने की कोशिश की थी, इसीलिए हमारे महासचिव सुधाकर रेड्डी ने शाह के खिलाफ भारत के चुनाव आयोग को लिखा है.'

ईटीवी भारत से बातचीत करते सीपीएम नेता दिनेश वार्ष्णेय.

सीपीएम नेता ने भोपाल लोकसभा से चुनाव लड़ रहीं बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को लेकर टिप्पणी की. उन्होंने कहा, 'साध्वी प्रज्ञा साल 2008 के मालेगांव विस्फोट की प्रमुख आरोपियों में से एक थीं. निर्वाचन आयोग को उन्हें चुनाव नहीं लड़ने देना चाहिए.'

उन्होंने साध्वी प्रज्ञा पर आगे कहा, 'पहली बात वह बरी नहीं हुई हैं, सिर्फ स्वास्थ्य के आधार पर जमानत पर हैं. फिर भी वह चुनाव लड़ रही हैं. वह एक आतंकवादी हैं और सरकार को उसे सलाखों के पीछे रखने के लिए उच्च न्यायालय जाना चाहिए और उसका नामांकन चाहिए रद्द कर देना चाहिए. हेमंत करकरे जैसे ईमानदार आदमी पर उनका बयान उनकी मानसिकता को दर्शाता है. यहां तक ​​कि 13 पूर्व पुलिस महानिदेशकों ने भी चुनाव आयोग को प्रज्ञा का नामांकन रद्द करने के लिए पत्र लिखा है.'

नई दिल्ली: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. दरअसल, शाह ने हाल ही में भारतीय सेना को 'नरेंद्र मोदी की सेना' कहा था. इसके साथ-साथ उन्होंने भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा को भी आड़े हाथों लिया.

इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से बात करते हुए, सीपीएम नेता दिनेश वार्ष्णेय ने कहा, 'चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को स्पष्ट रूप से बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान सेना के नाम का इस्तेमाल ना किया जाए. वोट हासिल करने के लिये उनके नाम का इस्तेमाल सेना का अपमान होगा.'

उन्होंने आगे कहा, 'ये तब तक भी सही था, जब तक पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बात की. लेकिन अब भाजपा अध्यक्ष भारतीय सेना को मोदी की सेना कहकर संबोधित कर रहे हैं, जो कि बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है. सशस्त्र बल किसी एक राजनीतिक दल से संबंधित नहीं हैं.'

दिनेश वार्ष्णेय ने कहा, 'पिछली बार चूरू चुनावों में भी उन्होंने शहीदों के नाम पर वोट लेने की कोशिश की थी, इसीलिए हमारे महासचिव सुधाकर रेड्डी ने शाह के खिलाफ भारत के चुनाव आयोग को लिखा है.'

ईटीवी भारत से बातचीत करते सीपीएम नेता दिनेश वार्ष्णेय.

सीपीएम नेता ने भोपाल लोकसभा से चुनाव लड़ रहीं बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को लेकर टिप्पणी की. उन्होंने कहा, 'साध्वी प्रज्ञा साल 2008 के मालेगांव विस्फोट की प्रमुख आरोपियों में से एक थीं. निर्वाचन आयोग को उन्हें चुनाव नहीं लड़ने देना चाहिए.'

उन्होंने साध्वी प्रज्ञा पर आगे कहा, 'पहली बात वह बरी नहीं हुई हैं, सिर्फ स्वास्थ्य के आधार पर जमानत पर हैं. फिर भी वह चुनाव लड़ रही हैं. वह एक आतंकवादी हैं और सरकार को उसे सलाखों के पीछे रखने के लिए उच्च न्यायालय जाना चाहिए और उसका नामांकन चाहिए रद्द कर देना चाहिए. हेमंत करकरे जैसे ईमानदार आदमी पर उनका बयान उनकी मानसिकता को दर्शाता है. यहां तक ​​कि 13 पूर्व पुलिस महानिदेशकों ने भी चुनाव आयोग को प्रज्ञा का नामांकन रद्द करने के लिए पत्र लिखा है.'

CPI writes to EC against Amit Shah, calls Sadhvi Pragya a terrorist
-----------------------------------------------------------------
The Communist Party of India has written to the election commission demanding action against BJP President Amit Shah for violating the model code of conduct as he referred to the Indian Army as 'Narendra Modi's army' recently. Speaking to ETV Bharat on the issue, CPI leader Dinesh Varshney said " the election commission Hike clearly told the political parties that arm forces on the below code strike cannot be used during the election campaign. Using their name to garner votes would be an insult to the integrity of the Army". He further added " even if the PM talking about the surgical strike, it was still fine but Amit Shah, the BJP President talking about the Indian Army as Modi ji is army is not acceptable. The armed forces do not belong to one political party. Last time in the Churu elections too they tried to use the Martyrs to canvass votes and that's why our Secretary General Sudhakar Reddy has written to the Election Commission of India against Shah".
The CPI has also been vociferously critical of BJP candidate from the Bhopal Lok Sabha constituency Sadhvi Pragya Singh Thakur who was one of the prime accused in the Malegaon blast of 2008. Speaking on the matter Varshney said that the EC should have debarred her from contesting the elections. " first of all she hasn't been acquitted but is out on a bail on health grounds yet she is fighting the elections. She is a terrorist and the government should gone on to the High Court to keep her behind the bars and her nomination should have been cancelled. Her statements on a man of integrity like Hemant Karkare shows her mentality and even 13 former DGPs have written to the election commission to cancel her nomination" the CPI leader said.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.