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पगार पाने वाले चोर गिरोह का हुआ भंडाफोड़, प्रत्येक लूट में मिलता था कमीशन

नागपुर पुलिस ने चोरों के एक अलग तरह के गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस गिरोह में चोरों को पगार मिलती थी. यह चोर चोरी करने के बाद अपने-अपने गृह राज्य लौट जाते थे. हालांकि पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है.

Interstate racket
प्रतीकात्मक फोटो
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Published : Oct 23, 2020, 7:06 PM IST

नागपुर : महाराष्ट्र में एक ऐसा रैकेट का पर्दाफाश हुआ है जो चोरों को चोरी करने के काम में लगाता था. चोरों को गिरोह में भर्ती करने के बाद प्रत्येक लूट में उन्हें उनका कमीशन दिया जाता था.

लुटेरों की धर पकड़ कोई नई बात नहीं है. हालांकि चोरों को पगार देना जरूर नया है. गिरोह में शामिल चोरों को हर माह 10-15 हजार रुपये मिलते थे और इनमें से कई पेशेवर चोर बिहार और झारखंड के हैं.

पढ़ें-पुलिस के हत्थे चढ़ी महिला चोर गैंग, लाखों का इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद

इस गिरोह ने नाबालिग लड़कों को चोरी करने के लिए रखा था, जो छोट-छोटे दलों में कार्य करते थे. वारदात को अंजाम देने के बाद यह अपने गृह राज्य वापस लौट जाते थे.

नागपुर पुलिस के लिए इनको पकड़ना बहुत मुश्किल का काम था. हालांकि बेहतरीन प्लानिंग के साथ पुलिस सफल हुई.

नागपुर : महाराष्ट्र में एक ऐसा रैकेट का पर्दाफाश हुआ है जो चोरों को चोरी करने के काम में लगाता था. चोरों को गिरोह में भर्ती करने के बाद प्रत्येक लूट में उन्हें उनका कमीशन दिया जाता था.

लुटेरों की धर पकड़ कोई नई बात नहीं है. हालांकि चोरों को पगार देना जरूर नया है. गिरोह में शामिल चोरों को हर माह 10-15 हजार रुपये मिलते थे और इनमें से कई पेशेवर चोर बिहार और झारखंड के हैं.

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इस गिरोह ने नाबालिग लड़कों को चोरी करने के लिए रखा था, जो छोट-छोटे दलों में कार्य करते थे. वारदात को अंजाम देने के बाद यह अपने गृह राज्य वापस लौट जाते थे.

नागपुर पुलिस के लिए इनको पकड़ना बहुत मुश्किल का काम था. हालांकि बेहतरीन प्लानिंग के साथ पुलिस सफल हुई.

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