बेंगलुरु : भारतीय वायुसेना ने स्पिन उड़ान परीक्षण के पुराने किरन विमान बेड़े को बदलने के लिए एचएएल द्वारा डिजाइन और विकसित स्वदेशी इंटरमीडिएट जेट ट्रेनर उड़ान का परीक्षण किया.
एयरक्राफ्ट का संचालन सेवानिवृत्त कैप्टन एच.वी. ठाकुर और सेवानिवृत्त वींग कमांडर पी. अवस्ति ने किया.
किसी विमान का स्पिन परीक्षण उसके उड़ान परीक्षण का सबसे महत्वपूर्ण चरण है. इसेक बाद परीक्षण को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि टारगेट को पूरा करने के लिए विमान के व्यवहार का आकलन किया जा सके.
आईजेटी पहले ही विमान की गति, ऊंचाई और लोड का परीक्षण कर चुकी है. इसके साथ विमान में ड्रॉप टैंकों और बमों को भी एकीकृत किया गया है.
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इस विमान के डिजाइन में आवश्यकता अनुसार बदलाव किया गया है, जिसमें वर्टिकल टेल और रडार सरफेस मुख्य है.
पहली उड़ान के दौरान विमान को स्पिन विशेषताओं का परीक्षण करने के लिए बाएं और दाएं हाथ के किनारों के लिए एक बारी स्पिन के माध्यम से लिया गया था.