नई दिल्लीः नवरात्रि के पावन पर्व का शुभारंभ 29 सितंबर से हो गया है. नौ दिनों तक लोग मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की उपासना करेंगे. आज नवरात्रि का सातवां दिन है. इस दिन, महा सप्तमी के नाम से जाना जाता है.
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने देश वासियों को सातवें दिन शुभकामनाएं दी है, उन्होंने ट्वीट किया, 'नवरात्रि की महासप्तमी पूजा में आज देवी दुर्गा के सातवें रूप मां कालरात्रि की आराधना का दिन है. नकारात्मक शक्तियों का नाश करने वाली मां कालरात्रि हम सबके भीतर नई ऊर्जा और नव उत्साह का संचार करें.
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नवरात्रि की महासप्तमी पूजा में आज देवी दुर्गा के सातवें रूप मां कालरात्रि की आराधना का दिन है। नकारात्मक शक्तियों का नाश करने वाली मां कालरात्रि हम सबके भीतर नई ऊर्जा और नव उत्साह का संचार करें। pic.twitter.com/aMN4kTbavt
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— Narendra Modi (@narendramodi) October 5, 2019
गौरतलब है कि नवरात्रि में महा सप्तमी या सातवां दिन मां दुर्गा के सातवें अवतार मां कालरात्रि को समर्पित है. ये नाम दो शब्दों के साथ बनाया गया है, काल का अर्थ है मृत्यु और रत्रि का अर्थ है अंधकार. इसलिए, कालरात्रि का अर्थ है, काल या समय की मृत्यु. कहा जाता है कि मां कालरात्रि अज्ञान का नाश करती हैं और अंधकार में रोशनी लाती हैं. महा सप्तमी 5 अक्टूबर यानि आज है.
मां दुर्गा के अन्य रूपों के विपरीत, मां कालरात्रि के पास एक गहरा रंग है. मां कालरात्रि के तीन नेत्र हैं जो बिजली की तरह किरणों का उत्सर्जन करते हैं. वह चमकते हार की तरह वज्र धारण करती है.
मान्यता के अनुसार, भक्त नवरात्रि के सातवें दिन फूल और कुमकुम (सिंदूर) से पूजा करते हैं. भक्तों ने पूजा करने के साथ ही देवी कालरात्रि के लिए मंत्र का जाप किया जाता है.
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सत्पमी की सुबह नवपत्रिका यानी कि नौ तरह की पत्तियों से मिलकर बनाए गए गुच्छे की पूजा कर दुर्गा आवाह्न किया जाता है. इन नौ पत्तियों को दुर्गा के नौ स्वरूपों का प्रतीक माना जाता है. नवपत्रिका को सूर्योदय से पहले गंगा या किसी अन्य पवित्र नदी के पानी से स्नान कराया जाता है. इस स्नान को महास्नान कहा जाता है.
बता दें कि शारदीय नवरात्रि 29 सितंबर से प्रारम्भ हुआ था. यह 7 अक्टूबर तक चलेगा . 8 अक्तूबर को विजयदशमी पर देवी प्रतिमाओं का विसर्जन होगा. यह त्योहार पूरे देश भर में हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है.