नई दिल्ली: कांग्रेस की सोशल मीडिया रणनीतिकार दिव्या स्पंदना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की है. स्पंदना ने अभिनेता अक्षय कुमार को भारतीय नौसेना के पोत पर कथित तौर पर अपने साथ (मोदी) ले जाने का जिक्र किया है.
दरअसल, अभिनेता अक्षय कुमार के कथित तौर से पीएम मोदी के साथ भारतीय नौसेना के युद्धपोत सुमित्रा पर जाने की बात सामने आई थी. स्पंदना ने इसी मुद्दे पर पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने पीएम मोदी को वास्तविक मुद्दों या अपनी उपलब्धियों पर चुनाव लड़ने की चुनौती दी. उन्होंने कहा कि उनका एकमात्र एजेंडा हमारे नेताओं को बदनाम करना है.
गुरुवार को दिव्या स्पंदना का यह पलटवार मोदी के एक दिन पूर्व दिये बयान के बाद हुआ है जिसमें उन्होंने (मोदी) ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जंगी पोत आईएनएस विराट को पारिवारिक छुट्टियों के लिए 'व्यक्तिगत टैक्सी' के रूप में प्रयोग किया था. स्पंदना ने लिखा कि नेहरू जी से लेकर राजीव गांधी तक मोदी सिर्फ गलत सूचनाएं फैला रहे हैं. उन्होंने वाइस एडमिरल विनोद परीस्चा के बयान का भी जिक्र किया.
स्पंदना ने ट्वीट को प्रधानमंती को टैग करते हुये पूछा है, 'ये ठीक था? आप कनाडाई नागरिक अक्षय कुमार को अपने साथ आईएनएस सुमित्रा पर ले गए.' स्पंदना ने हैशटैग के साथ कहा, 'सबसे बड़ा झूठा मोदी'
गौरतलब है कि अक्षय कुमार ने अपनी नागरिकता संबंधी अटकलों पर विराम लगाते हुए, अप्रैल में कहा था कि उनके पास कनाडाई पासपोर्ट है.
स्पंदना ने एक आलेख को भी टैग किया जिसमें सवाल किया गया है कि साल 2016 में विशाखापट्टनम में अंतरराष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा के समय बॉलीवुड को क्यों शामिल किया गया.
इसमें कहा गया है कि, 'यहां तक कि अक्षय कुमार ने प्रेसीडेंशियल यॉच आईएनएस सुमित्रा को अन्य नौसैनिक अधिकारियों और अन्य अतिविशिष्ट अतिथिगणों के साथ चलाया भी था.'
स्पंदना ने बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन से भी कहा है कि वह आईएनएस विराट मुद्दे पर अपना पक्ष स्पष्ट करें. इसमें एक रिपोर्ट का हवाला दिया गया है जिसमें लक्षद्वीप के तत्कालीन प्रशासक वजाहत हबीबुल्लाह ने प्रधानमंत्री के दावे को नकार दिया है. हबीबुल्लाह ने कहा है कि किसी संदेह की स्थिति में बच्चन से पूछा जाना चाहिये.
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बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को एक चुनावी रैली में सनसनीखेज आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तो गांधी परिवार युद्धपोत आईएनएस विराट का उपयोग 'निजी टैक्सी'के रूप में करता था. मोदी ने कहा था, 'क्या इस बात की कल्पना की जा सकती है कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं के विशिष्ट युद्धपोत को व्यक्तिगत छुट्टियों के लिए एक टैक्सी के रूप में प्रयुक्त किया जाए? एक वंश ने ऐसा किया.'
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प्रधानमंत्री ने दावा किया कि राजीव गांधी के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार और नौसेना ने उनके परिवार एवं ससुराल पक्ष की मेजबानी की और उनकी सेवा में एक हेलीकाप्टर को भी लगाया गया. उन्होंने कहा कि जब एक परिवार सुप्रीम हो जाता है तो देश की सुरक्षा को खतरा हो जाता है.
मोदी ने कहा, 'आईएनएस विराट का इस्तेमाल एक निजी टैक्सी की तरह करके इसका अपमान किया गया. यह तब हुआ जब राजीव गांधी एवं उनका परिवार 10 दिनों की छुट्टी पर गये थे. आईएनएस विराट को हमारी समुद्री सीमा की रक्षा के लिए तैनात किया गया था, किन्तु इसका रास्ता बदल कर गांधी परिवार को लेने के लिए भेजा गया जो अवकाश मना रहे थे.'
इससे पहले भी मोदी ने राजीव गांधी को 'भ्रष्टाचारी नंबर 1' करार दिया था. राजीव गांधी 1984-89 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे.
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उनके पिता की आलोचना करने पर मोदी को निशाने पर ले लिया है.
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बता दें कि स्पंदना इससे पहले भी एक फोटो ट्वीट करने को लेकर निशाने पर रह चुकी हैं. फोटो में मोदी की ललाट पर चोर लिखा हुआ देखा गया था.
(भाषा इनपुट)