मेंगलुरू: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कर्नाटक में सत्ताधारी कांग्रेस-जेडीएस (जनता दल सेक्यूलर) गठबंधन और उनके जैसे दल 'परिवारवाद' से प्रेरित हैं और वे परिवार के आखिरी सदस्य को भी सत्ता देने में विश्वास करते हैं.
मोदी ने यहां एक बड़ी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस, जेडीएस और अन्य से उलट भाजपा को 'राष्ट्रवाद' से प्रेरणा मिलती है.
मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव इसको लेकर नहीं है कि कौन सांसद बनेगा या प्रधानमंत्री या मंत्री बनेगा बल्कि इसको लेकर है कि 'न्यू इंडिया (नया भारत)' कैसा हो और उसकी क्या प्रेरणा होनी चाहिए.
मोदी ने कहा, 'कांग्रेस-जेडीएस के लिए प्रेरणा 'परिवारवाद' है जबकि हमारी प्रेरणा 'राष्ट्रवाद' है. वे अपने परिवार के आखिरी सदस्यों को भी सत्ता देने के तरीके खोजते हैं जबकि हम उन लोगों को आगे लाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जो समाज की आखिरी पंक्ति में हैं.'
मोदी ने कहा, 'उनका दर्शन वंशोदय है जबकि हमारा अंत्योदय. उनके वंशोदय की वजह से भ्रष्टाचार और अन्याय होगा और हमारे अंत्योदय की वजह से पारदर्शिता और ईमानदारी का गौरव बढ़ेगा.'
उन्होंने कर्नाटक में अपने प्रचार के दूसरे दिन कांग्रेस की वंशवादी राजनीति पर हमला जारी रखते हुए कहा, 'यह वंशोदय उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को नजरंदाज करेगा जबकि हमारा अंत्योदय एक चाय बेचने वाले को प्रधानमंत्री बनाएगा.'
पढ़ें- मोदी का द. भारत दौराः चिदंबरम पर हमला, 'पिता बने मंत्री, बेटा ने देश लूटा'
उन्होंने कहा कि भाजपा का 'अंत्योदय' समाज के अज्ञात चेहरों का सम्मान करता है. उन्होंने कहा कि पांच वर्ष पहले किसने सोचा था कि एक आदिवासी क्षेत्र में वनस्पति की प्रजातियों का संरक्षण करके जनता की सेवा करने वाले किसी व्यक्ति को पद्मश्री जैसा सम्मान मिलेगा.
उन्होंने कहा, 'यह अंतर आया है. जब मैं टूटी चप्पल पहने लोगों को राष्ट्रपति भवन में गर्व के साथ पद्मश्री लेते देखता हूं तो मुझे लगता है कि यही मेरा असली भारत है.'
उन्होंने कहा कि यह 'खेदजनक' है कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत को उस तरह का प्रशासन नहीं दिया जिसका वह हकदार था.
उन्होंने कहा, '20वीं सदी ने कांग्रेस को एक मौका दिया लेकिन उसने उसे एक परिवार को समर्पित कर दिया और मौका गंवा दिया.'
उन्होंने यह उल्लेख करते हुए कि रामनाथपुरम में अब्दुल कलाम के नाम पर एक स्मारक का निर्माण किया गया है, सवाल किया कि क्यों ऐसे स्मारकों का निर्माण पूर्व राष्ट्रपति राधाकृष्णन और अन्य राष्ट्रपतियों के लिए नहीं किया गया, कांग्रेस ने केवल अपने परिवार के सदस्यों के लिए स्मारकों का निर्माण किया.
मोदी ने कहा, 'अब 21वीं सदी कांग्रेस को उसकी गलतियों के लिए दंडित कर रही है.'
उन्होंने कांग्रेस पर राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि उनका व्यवहार देश के सशस्त्र बलों के प्रति उनका रुख दिखाता है.
उन्होंने कहा, 'जब सर्जिकल स्ट्राइक होती हैं वे सबूत मांगते हैं. आप हमारे सैनिकों और उनकी वीरता में विश्वास करते हैं या नहीं? क्या हमारे वीरों के लिए सबूत चाहिए?'
उन्होंने कहा, 'जब भारत उनके घरों में घुसकर आतंकवादियों को मारता है...ये महामिलावटी सेना की वीरता पर सवाल उठाते हैं. वे इस स्तर पर गिर गए हैं कि सेना प्रमुख को 'गली का गुंडा' कहते हैं. इन लोगों को शर्म आनी चाहिए या नहीं, लेकिन क्या इनको शर्म आएगी?'
उन्होंने गत शुक्रवार की अपनी केरल यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि स्थिति वहां पर ऐसी है कि महामिलावट का हिस्सा कम्युनिस्ट सरकार में कोई भी नागरिक सार्वजनिक रूप से भगवान अयप्पा का नाम नहीं ले सकता.
मोदी ने कहा, 'कांग्रेस के नामदारों ने फोन बैंकिंग का खेल खेला, बैंक बर्बाद हो गए. बैंकों ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से 2006 तक 60 वर्षों तक जितनी राशि का कर्ज दिया, इन लोगों ने 2006 से 2014 तक उससे दोगुना दिया. कितना कमीशन आया, वह हमें जांच के बाद पता चलेगा.'