नई दिल्ली : इराक में मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों को एडवाइजरी जारी की है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अगली अधिसूचना तक इराक की सभी गैर जरूरी यात्रा से बचें.
इसके साथ ही इराक में रहने वाले भारतीयों को भी सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें और इराक के भीतर ही यात्रा करने से बचें. वहीं डीजीसीए ने भारतीय एयरलाइन कम्पनियों से ईरान, इराक, ओमान की खाड़ी और फारस की खाड़ी में हवाई क्षेत्र में पूरी सतर्कता बरतने को कहा है.
मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि बगदाद में हमारा दूतावास और एरबिल में वाणिज्य दूतावास इराक में रहने वाले भारतीयों को सभी सेवाएं प्रदान करेंगे.
बता दें कि ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है. बुधवार सुबह ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं.
बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है. इराक में इस वक्त के ताजा हालात को देखते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने यात्रियों से इराक की यात्रा से बचने की सलाह दी है.
बता दें कि सुलेमानी पर हमले का आदेश शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दिया था. जानकारी के मुताबिक सात जनवरी को शाम साढ़े पांच बजे ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बलों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं.'
उन्होंने कहा, 'यह स्पष्ट है कि ये मिसाइलें ईरान ने दागीं और इराक में अल-असद और एरबिल स्थित कम से कम दो इराकी सैन्य अड्डों को निशाना बनाया, जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं.'
पढ़ें: ईरान : तेहरान एयरपोर्ट के पास यूक्रेन का विमान क्रेश, 180 यात्री थे सवार
गौरतलब है कि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के अगुवा हुसैन सलामी ने अमेरिका के समर्थन वाले स्थानों को “आग के हवाले” करने की मंगलवार को धमकी दी थी. सलामी ने कर्मन के एक चौराहे पर जमा हुए हजारों लोगों के सामने यह प्रतिज्ञा ली थी. कर्मन मृतक जनरल कासिम सुलेमानी का गृह प्रदेश है.