नई दिल्ली : मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आज 20 फरवरी के दिन मातृभाषा दिवस पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया. दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे. उपराष्ट्रपति ने छात्रों और कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को मातृभाषा में जरूर बोलना चाहिए.
ईटीवी भारत ने मातृभाषा दिवस के मौके पर मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री संजय धोत्रे से विशेष बातचीत की. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए संजय धोत्रे ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को याद करते हुए कहा कि वह भी मातृभाषा के महत्व को बार-बार दोहराते थे.
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शिक्षा राज्य मंत्री का कहना है के आज देशभर में मातृभाषा के महत्व को समझने की जरूरत है और किसी के लिए भी सबसे सहज उसकी मातृभाषा ही होती है. मातृभाषा के साथ-साथ राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी की स्वीकार्यता पर बोलते हुए संजय धोत्रे ने कहा कि हिंदी देश भर में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है, इसलिए हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में स्वीकार करना चाहिए.
आज मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा दावा किया गया कि मातृभाषा दिवस पर इस विशेष कार्यक्रम के बाद पूरे देश भर में विद्यालयों में भी मातृभाषा दिवस मनाया जाएगा.