नई दिल्लीः केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 100 टुकड़ियों को भेजने के फैसले के बाद गृह मंत्रालय ने श्रीनगर की सभी मस्जिदों की निगरानी का एलान किया है. इस पर कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि सरकार कश्मीर मामले पर बातचीत की जगह बल का उपयोग कर रही है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए सीपीएम के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद हन्नान मोल्ला ने कहा, 'केंद्र सरकार केवल जम्मू और कश्मीर के लोगों को दबाने की कोशिश कर रही है. वो (सरकार) किसी से बात नहीं कर रहे हैं, वे सिर्फ सशस्त्र बलों की मदद से सब कुछ नियंत्रित करना चाहते हैं,'
हन्नान मोल्ला ने कहा कि सरकार को बातचीत शुरू करना चाहिए और मामले का शांतिपूर्वक हल निकालना चाहिए.
दरअसल, रविवार को रात 8:38 बजे एसएसपी ने एक पत्र जारी किया. जिसमें मस्जिदों को और उनके प्रबंधन का विवरण उच्च अधिकारियों को प्रस्तुत करने के लिए का आदेश दिया गया.
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इस पत्र में अधिकार क्षेत्र का विवरण, मस्जिद का नाम और यह स्थान, मौलवी का नाम, पता और अध्यक्ष का नाम मांगा गया है.
इतना ही नहीं इससे पहले सरकार ने सेना जम्मू कश्मीर में 100 टुकड़ियों को भेजने का भेजने का फैसला किया था.