नई दिल्ली : प्याज के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है. इसको ध्यान में रखते हुए केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के द्वारा कुछ अहम निर्णय लिए गए हैं, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिल सके.
प्याज के बढ़ते दामों पर लगाम लगाने के लिए प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. बफर स्टॉक से प्याज की आपूर्ति की जा रही है. केंद्र सरकार की तरफ से आयात नियमों में भी ढील दी गई है. सरकार के इस कदम से प्याज के दाम कम हों पाएंगे एवं प्याज की उपलब्धता भी बढ़ेगी.
दिल्ली में प्याज 50 रुपये प्रतिकिलो, मुबंई में 67 रुपये प्रतिकिलो, कोलकाता में 65 रुपये प्रतिकिलो और चेन्नई में प्याज 74 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है. दक्षिण एवं पश्चिम भारत में काफी बारिश हुई है, जिसके कारण सप्लाई में रुकावट पैदा हुई है.
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भारत में सबसे बड़ा प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र है, जहां नासिक में प्याज 66 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है.
बता दें, दक्षिण एवं पश्चिम भारत में काफी बारिश होने के कारण खरीफ फसल की आवक प्रभावित हुई है. वैसे प्याज के बढ़ते दामों पर काबू पाने के लिये सरकार हर संभव कदम उठा रही है. प्याज उत्पादन वाले क्षेत्रों में भारी बारिश से आपूर्ति में पैदा हुई समस्याओं के कारण ही प्याज की किमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.