रायबरेली : जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आतंकियों से लोहा लेते हुए जिले के निवासी सीआरपीएफ जवान शैलेंद्र प्रताप सिंह शहीद हो गए थे, जिनका बुधवार को डलमऊ घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. भारत माता की जय के नारों के बीच वैदिक मंत्रोच्चार के साथ उनके पिता ने शहीद बेटे को मुखाग्नि दी.
इस दौरान घाट पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी सरकारी अमले के साथ मौजूद रहे. वहीं हजारों की संख्या में मौजूद रहे लोगों ने शहीद को नम आंखों से अंतिम विदाई दी.
रायबरेली के डलमऊ तहसील के मीरमीरानपुर निवासी शैलेंद्र प्रताप सिंह 2009 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे, जिनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर में थी.
पांच अक्टूबर को श्रीनगर में पम्पोर बाईपास पर आतंकी हमले में शैलेंद्र शहीद हो गए. बुधवार को उनका अंतिम संस्कार जिले के डलमऊ घाट पर किया गया. हजारों की संख्या में लोग शहीद की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए.
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जब चिता पर उनका शव रखा गया तो आकाश शैलेंद्र सिंह अमर रहे, भारत माता की जय जैसे नारों से गूंज गया. सीआरपीएफ के जवानों ने शहीद को आखिरी सलामी दी.