पटना : बिहार में आसमानी कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को अलग-अलग जिलों में वज्रपात से कुल नौ लोगों की मौत हुई. वज्रपात से सबसे ज्यादा मौतें बिहार अररिया में हुई हैं. आकाशीय बिजली की चपेट में आने से वहां कुल पांच लोगों की मौत हुई है.
अररिया में पांच की मौत
जिले के अलग-अलग प्रखंडों में बिजली गिरने से पांच की मौत हो गई. इनमें भरगामा में एक, पलासी में एक और रानीगंज प्रखंड में तीन की मौत वज्रपात से हुई है. रानीगंज में वज्रपात से तीन लोगों की मौत परिहारी, परमानपुर और बसेटी में हुई है. मरने वाले में एक पांच साल की बच्ची भी शामिल है. यह हादसा ज्यादातर खेतों में काम करते वक्त हुआ है.
जानकारी देते हुए जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी ने बताया कि अभी तक आज पांच लोगों की वज्रपात से मौत हुई है. सभी संबंधित प्रखंड सीओ को निर्देश दिया गया है कि सभी शवों का पोस्टमार्टम कराएं, ताकि सरकारी अनुदान का लाभ मृतक के परिजनों को मिल सके.
अन्य जिलों में वज्रपात का कहर
- वज्रपात से पूर्णिया में दो लोगों की मौत हो गई.
- किशनगंज में वज्रपात से एक की मौत हुई है.
- बांका में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर एक की मौत
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
बिहार के अलग-अलग जिलों में वज्रपात से हुई मौतों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वह प्रभावित परिवारों के साथ हैं. मुख्यमंत्री ने अविलंब मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपए अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए है. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझाव का सख्ती से अनुपालन करें. घर पर रहें, सुरक्षित रहें.