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मनमोहन सिंह राजस्थान से होंगे राज्यसभा के लिए उम्मीदवार

राजस्थान से राज्यसभा के लिए उपचुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे और मंगलवार यानी 13 अगस्त को वे अपना नामांकन करेंगे. पूर्व प्रधानमंत्री होने और कांग्रेस को बहुमत होने के चलते वे निर्विरोध चुने जा सकते हैं. वहीं, भाजपा भी अपना अंतिम निर्णय 13 अगस्त को ही लेगी. पढ़ें पूरी खबर...

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
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Published : Aug 12, 2019, 6:05 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 6:54 PM IST

जयपुर: राजस्थान में 26 अगस्त को होने वाले राज्यसभा के उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उम्मीदवार बना दिया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मंगलवार 13 अगस्त को सुबह 10:00 बजे जयपुर पहुंचेंगे और दोपहर में वह अपना नामांकन दाखिल करेंगे. इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित तमाम विधायकों से भी मुलाकात करेंगे, जो विधानसभा में होंगे. क्योंकि जीत के लिए आवश्यक संख्या बल कांग्रेस के पास है.

हो सकता है भाजपा ना उतारे कोई प्रत्याशी...
ऐसे में जीत को लेकर किसी तरीके की किंतु-परंतु नहीं है, लेकिन हो सकता है कि पूर्व प्रधानमंत्री होने के चलते भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सामने कोई प्रत्याशी नहीं उतारे. हालांकि भाजपा की ओर से भी अंतिम निर्णय 13 अगस्त को ही लिया जाएगा.

जिस तरीके से आर्थिक मामलों पर खुद भाजपा की केंद्र सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से राय मशविरा करती है उससे लगता नहीं है कि वह मनमोहन सिंह के चुनाव में किसी तरीके का रोड़ा है. वह भी तब जब उनके पास पर्याप्त बहुमत नहीं है और केवल क्रॉस वोटिंग के सहारे ही कांग्रेस के प्रत्याशी को हराया जा सकता है. ऐसे में भाजपा भी पूर्व प्रधानमंत्री के नाम होने के चलते कोई प्रयास नहीं करेगी. लेकिन अगर कोई अन्य उम्मीदवार नामांकन दाखिल करता है, ऐसे में भाजपा उस उम्मीदवार के साथ जा सकती है.

राजस्थान से 14 महीने बाद राज्यसभा में खुल सकता है कांग्रेस का खाता...
भाजपा अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी के निधन पर खाली हुई राज्यसभा की सीट पर कांग्रेस पार्टी की एंट्री राजस्थान कोटे से राज्यसभा में होने जा रही है. दरअसल, इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि राज्यसभा के 10 सांसदों में से राजस्थान से एक भी राज्यसभा सांसद कांग्रेस का नहीं है. वह भी अप्रैल 2018 से यानी कि बीते 14 महीने से कांग्रेस क राजस्थान से राज्यसभा में कोई प्रतिनिधि नहीं है. हालांकि, अभी यह इंतजार कांग्रेस को अप्रैल 2020 तक करना था, लेकिन राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी के निधन होने से कांग्रेस को अब 8 महीने पहले ही राज्यसभा में मौका मिल जाएगा. वह भी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के रूप में.

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राजस्थान से होंगे कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार

पढ़ें: जलप्रलयः वायनाड में बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे राहुल गांधी

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कार्यकाल हाल ही में राज्यसभा में पूरा हुआ है और 30 साल बाद पहली बार ऐसा मौका रहा है जब मनमोहन सिंह किसी बजट सत्र में राज्यसभा के सदस्य नहीं रहे. क्योंकि कांग्रेस के वर्तमान में 100 विधायक हैं और राष्ट्रीय लोक दल के विधायक सुभाष गर्ग कांग्रेस सरकार में मंत्री हैं. ऐसे में 12 निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दे रखा है. इसके साथ ही बसपा के 6 विधायकों को अगर इसमें जोड़ दिया जाए तो संख्या 119 हो जाती है. वहीं, राजस्थान में सीपीएम के भी दो विधायक हैं, जो भाजपा के साथ तो कम से कम नहीं जाएंगे. ऐसे में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का राज्यसभा में आसानी से पहुंचना तय है. लेकिन अब कांग्रेस प्रयास कर रही है कि किसी तरीके से निर्विरोध रूप से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को राज्यसभा में पहुंचाया जा सके.

'प्लान बी' पर भी जुटी कांग्रेस...
वैसे तो कांग्रेस का सीट पर जीतना लगभग तय है. बावजूद इसके, यदि बीजेपी कोई उम्मीदवार उतार देती है या किसी उम्मीदवार को बाहर से समर्थन दे देती है, ऐसे में कांग्रेस 'प्लान बी' पर भी जुट गई है. राजस्थान विधानसभा के सचेतक महेश जोशी ने इस 'प्लान बी' की पूरी जिम्मेदारी ले रखी है. इसी के तहत आज यानी सोमवार शाम को 12 निर्दलीय विधायकों और बीएसपी के 6 विधायकों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बात करेंगे. हालांकि कुछ निर्दलीय विधायक आज शाम को ना पहुंचकर कल मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे.

जयपुर: राजस्थान में 26 अगस्त को होने वाले राज्यसभा के उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उम्मीदवार बना दिया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मंगलवार 13 अगस्त को सुबह 10:00 बजे जयपुर पहुंचेंगे और दोपहर में वह अपना नामांकन दाखिल करेंगे. इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित तमाम विधायकों से भी मुलाकात करेंगे, जो विधानसभा में होंगे. क्योंकि जीत के लिए आवश्यक संख्या बल कांग्रेस के पास है.

हो सकता है भाजपा ना उतारे कोई प्रत्याशी...
ऐसे में जीत को लेकर किसी तरीके की किंतु-परंतु नहीं है, लेकिन हो सकता है कि पूर्व प्रधानमंत्री होने के चलते भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सामने कोई प्रत्याशी नहीं उतारे. हालांकि भाजपा की ओर से भी अंतिम निर्णय 13 अगस्त को ही लिया जाएगा.

जिस तरीके से आर्थिक मामलों पर खुद भाजपा की केंद्र सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से राय मशविरा करती है उससे लगता नहीं है कि वह मनमोहन सिंह के चुनाव में किसी तरीके का रोड़ा है. वह भी तब जब उनके पास पर्याप्त बहुमत नहीं है और केवल क्रॉस वोटिंग के सहारे ही कांग्रेस के प्रत्याशी को हराया जा सकता है. ऐसे में भाजपा भी पूर्व प्रधानमंत्री के नाम होने के चलते कोई प्रयास नहीं करेगी. लेकिन अगर कोई अन्य उम्मीदवार नामांकन दाखिल करता है, ऐसे में भाजपा उस उम्मीदवार के साथ जा सकती है.

राजस्थान से 14 महीने बाद राज्यसभा में खुल सकता है कांग्रेस का खाता...
भाजपा अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी के निधन पर खाली हुई राज्यसभा की सीट पर कांग्रेस पार्टी की एंट्री राजस्थान कोटे से राज्यसभा में होने जा रही है. दरअसल, इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि राज्यसभा के 10 सांसदों में से राजस्थान से एक भी राज्यसभा सांसद कांग्रेस का नहीं है. वह भी अप्रैल 2018 से यानी कि बीते 14 महीने से कांग्रेस क राजस्थान से राज्यसभा में कोई प्रतिनिधि नहीं है. हालांकि, अभी यह इंतजार कांग्रेस को अप्रैल 2020 तक करना था, लेकिन राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी के निधन होने से कांग्रेस को अब 8 महीने पहले ही राज्यसभा में मौका मिल जाएगा. वह भी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के रूप में.

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राजस्थान से होंगे कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार

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पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कार्यकाल हाल ही में राज्यसभा में पूरा हुआ है और 30 साल बाद पहली बार ऐसा मौका रहा है जब मनमोहन सिंह किसी बजट सत्र में राज्यसभा के सदस्य नहीं रहे. क्योंकि कांग्रेस के वर्तमान में 100 विधायक हैं और राष्ट्रीय लोक दल के विधायक सुभाष गर्ग कांग्रेस सरकार में मंत्री हैं. ऐसे में 12 निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दे रखा है. इसके साथ ही बसपा के 6 विधायकों को अगर इसमें जोड़ दिया जाए तो संख्या 119 हो जाती है. वहीं, राजस्थान में सीपीएम के भी दो विधायक हैं, जो भाजपा के साथ तो कम से कम नहीं जाएंगे. ऐसे में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का राज्यसभा में आसानी से पहुंचना तय है. लेकिन अब कांग्रेस प्रयास कर रही है कि किसी तरीके से निर्विरोध रूप से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को राज्यसभा में पहुंचाया जा सके.

'प्लान बी' पर भी जुटी कांग्रेस...
वैसे तो कांग्रेस का सीट पर जीतना लगभग तय है. बावजूद इसके, यदि बीजेपी कोई उम्मीदवार उतार देती है या किसी उम्मीदवार को बाहर से समर्थन दे देती है, ऐसे में कांग्रेस 'प्लान बी' पर भी जुट गई है. राजस्थान विधानसभा के सचेतक महेश जोशी ने इस 'प्लान बी' की पूरी जिम्मेदारी ले रखी है. इसी के तहत आज यानी सोमवार शाम को 12 निर्दलीय विधायकों और बीएसपी के 6 विधायकों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बात करेंगे. हालांकि कुछ निर्दलीय विधायक आज शाम को ना पहुंचकर कल मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे.

Intro:राजस्थान से राज्यसभा के उपचुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह होंगे कांग्रेस के उम्मीदवार मंगलवार 13 अगस्त को करेंगे नामांकन पूर्व प्रधानमंत्री होने और कांग्रेस का पूरा बहुमत होने के चलते निर्विरोध चुने जा सकते हैं पूर्व प्रधानमंत्री भाजपा संभवत ना उतारे कोई प्रत्याशी अंतिम निर्णय भाजपा लेगी मंगलवार को 3:00 बजे


Body:राजस्थान में 26 अगस्त को होने वाले राज्यसभा के उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उम्मीदवार बना दिया गया है पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मंगलवार 13 अगस्त को सुबह 10:00 बजे जयपुर पहुंचेंगे और दोपहर में वह अपना नामांकन दाखिल करेंगे इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कॉन्ग्रेस और कांग्रेस समर्थित तमाम विधायकों से भी मुलाकात करेंगे जो विधानसभा में होगी क्योंकि जीत के लिए आवश्यक संख्या बल कांग्रेस के पास है ऐसे में की जीत में किसी तरीके की किंतु परंतु नहीं है लेकिन हो सकता है कि पूर्व प्रधानमंत्री होने के चलते भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सामने कोई प्रत्याशी नहीं उतारे हालांकि भाजपा की ओर से भी अंतिम निर्णय 13 अगस्त को ही लिया जाएगा जिस तरीके से आर्थिक मामलों पर खुद भाजपा की केंद्र सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से राय मशवरा करती है उससे लगता नहीं है कि वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के चुनाव में किसी तरीके का रोड़ा अटका है कि वह भी तब जब उनके पास पर्याप्त बहुमत नहीं है और केवल क्रॉस वोटिंग के सहारे ही कांग्रेस के प्रत्याशी को हराया जा सकता है ऐसे में भाजपा भी पूर्व प्रधानमंत्री के नाम होने के चलते कोई प्रयास नहीं करेगी लेकिन अगर कोई अन्य उम्मीदवार नामांकन दाखिल करता है ऐसे में भाजपा उस उम्मीदवार के साथ जा सकती है
30 साल में पहली बार मनमोहन सिंह नहीं रहे किसी बजट सत्र का हिस्सा तो राजस्थान में भी 18 महीने बाद खुलेगा राज्यसभा में खुलेगा कांग्रेस का खाता
भाजपा अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी के निधन पर खाली हुई राज्यसभा की सीट पर कांग्रेस पार्टी की एंट्री राजस्थान कोटे से राज्यसभा में होने जा रही है दरअसल इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि राज्यसभा के 10 सांसदों में से राजस्थान से एक भी राज्यसभा सांसद कांग्रेसका नहीं है वह भी अप्रैल 2018 से यानी कि बीते 14 महीने से कांग्रेस क राजस्थान से राज्यसभा में कोई प्रतिनिधि नहीं है हालांकि अभी यह इंतजार कांग्रेस को अप्रैल 2020 तक करना था लेकिन राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी के निधन होने से कांग्रेस को अब 8 महीने पहले ही राज्यसभा में मौका मिल जाएगा वह भी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के रूप में। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कार्यकाल हाल ही में राज्यसभा में पूरा हुआ है और 30 साल बाद पहली बार ऐसा मौका रहा है जब मनमोहन सिंह किसी बजट सत्र में राज्यसभा के सदस्य नहीं रहे क्योंकि कांग्रेस के वर्तमान में 100 विधायक हैं और राष्ट्रीय लोक दल के विधायक सुभाष गर्ग कांग्रेस सरकार में मंत्री हैं तो 12 निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दे रखा है इसके साथ ही बसपा के 6 विधायकों को अगर इसमें जोड़ दिया जाए तो संख्या 119 हो जाती है वहीं राजस्थान में सीपीएम के भी दो विधायक हैं जो भाजपा के साथ तो कम से कम नहीं जाएंगे ऐसे में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का राज्यसभा में आसानी से पहुंचना तय है लेकिन अब कांग्रेस प्रयास कर रही है कि किसी तरीके से निर्विरोध रूप से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को राज्यसभा में पहुंचाया जा सके
प्लान बी पर भी जुटी कांग्रेस आज मुख्यमंत्री आवास पर बुलाया गया सभी बीएसपी और निर्दलीय विधायकों को
वैसे तो कांग्रेस का सीट पर जीतना लगभग तय है लेकिन फिर भी यदि बीजेपी कोई उम्मीदवार उतार देती है या किसी उम्मीदवार को बाहर से समर्थन दे देती है ऐसे में कांग्रेस प्लान बी पर भी जुट गई है राजस्थान विधानसभा के सचेतक महेश जोशी ने इस प्लान बी की पूरी जिम्मेदारी ले रखी है और इसी के तहत आज शाम को 12 निर्दलीय विधायकों और बीएसपी के 6 विधायकों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बात करेंगे हालांकि कुछ निर्दलीय विधायक आज शाम को ना पहुंचकर कल मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे
बाइट महेश जोशी सचेतक राजस्थान विधानसभा



Conclusion:
Last Updated : Sep 26, 2019, 6:54 PM IST
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