नई दिल्ली : मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा कि मालदीव, जम्मू कश्मीर और नागरिकता संशोधन अधिनियम पर भारत सरकार के कदम का समर्थन करता है क्योंकि यह भारत का आंतरिक मामला है. यह पड़ोसी देशों की टिप्पणी का मुद्दा नहीं है.
ईटीवी भारत की वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा को दिए एक इंटरव्यू में अब्दुल्ला शाहिद ने तर्क दिया कि मालदीव अपने स्वयं के संविधान या कानूनों में संशोधन करने के लिए अन्य देशों द्वारा हस्तक्षेप का स्वीकार नहीं करेगा.
उन्होंने रेखांकित किया कि सीएए के खिलाफ समर्थन या विरोध करने वाले लोग भारतीय लोकतंत्र की जीवंतता का सुबूत हैं.
मालदीव के मंत्री ने कहा कि मालदीव के राजदूत ने अन्य देशों के राजदूतों के साथ जम्मू कश्मीर का दौरा किया और भारत सरकार ने जिस तरह से कश्मीर में स्थिति को संभाला वह उससे संतुष्ट थे.
बता दें कि नई दिल्ली में आयोजित विदेश मंत्रालय के वैश्विक थिंक टैंक इवेंट द रायसीना डायलॉग को संबोधित करने के बाद शाहिद अब्दुल्ला ने डॉ जयशंकर से मुलाकात की.
इस दौरान उन्होंने हिंद महासागर में रणनीतिक रूप से स्थित छोटे राष्ट्रों में विकास और कनेक्टिविटी परियोजनाओं में भारत की भूमिका को आगे बढ़ाने पर बातचीत की.
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मालदीव के विदेश मंत्री ने कहा कि मुक्त व्यापार समझौते और चीन के साथ पिछले यामीन शासन द्वारा हस्ताक्षरित 'अनुचित सौदों' की समीक्षा की जा रही है.
साथ ही उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि मालदीव में भारतीय सहायता से बनाया जा रहा क्रिकेट स्टेडियम जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा और आने वाले दिनों में उनकी क्रिकेट टीम भारत की टीम को हरा देगी.