श्रीनगर : श्रीनगर : केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बुधवार को कहा कि केन्द्रीय मंत्रियों का एक दल लोगों के बीच सकारात्मकता फैलाने और 'बदलाव का मजबूत माहौल' बनाने के लिए जम्मू कश्मीर आया है.
अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निरस्त किये जाने के सकारात्मक प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाने और क्षेत्र के लिए सरकार द्वारा उठाये गये विकास कदमों के बारे में लोगों को अवगत कराने के वास्ते केन्द्रीय मंत्रियों का एक समूह जम्मू कश्मीर की यात्रा पर है.
नकवी ने यहां पत्रकारों से कहा, 'लोगों में बहुत विश्वास है, सकारात्मक माहौल है और हम यहां लोगों के पास जा रहे हैं तथा इस सकारात्मकता को दूसरे लोगों में भी फैला रहे हैं. हम बदलाव का मजबूत माहौल बनाने के लिए काम कर रहे हैं.
केन्द्रीय मंत्री ने श्रीनगर के वाणिज्यिक केंद्र लाल चौक में विक्रेता बाजार का भी दौरा किया. केन्द्रीय मंत्री के साथ जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल जी सी मुर्मू के सलाहकार फारूक खान भी थे.
नकवी ने मक्का बाजार का भी दौरा किया और विक्रेताओं के साथ बातचीत कर उनकी समस्याओं के निवारण का आश्वासन दिया.
संपर्क कार्यक्रम के तहत 36 में से पांच केंद्रीय मंत्री करेंगे कश्मीर का दौरा
बता दें कि जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश में केंद्र के संपर्क कार्यक्रम के तहत आगामी चार दिनों में 36 में से केवल पांच केंद्रीय मंत्री कश्मीर का दौरा करेंगे.
संपर्क कार्यक्रम के तहत दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक और गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी घाटी का दौरा करेंगे.
नकवी ने मंगलवार को संपर्क कार्यक्रम की शुरुआत की .
रेड्डी बुधवार को गांदेरबल जिले में दो दिवसीय संवाद कार्यक्रम आरंभ करेंगे जबकि प्रसाद बृहस्पतिवार से दो दिन के लिए बारामूला जिले में रहेंगे.
नाइक बृहस्पतिवार और पोखरियाल शुक्रवार को श्रीनगर जाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि आगामी चार दिन में कश्मीर में केवल आठ बैठकें होंगी जबकि जम्मू क्षेत्र में ऐसी 50 से अधिक बैठकें और कार्यक्रम होंगे.
कोई भी मंत्री आतंकवाद से पीड़ित दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, शोपियां, अनंतनाग और कुलगाम में नहीं जाएगा. इसके अलावा मंत्री बडगाम, कुपवाड़ा और बांदीपुर भी नहीं जाएंगे.
इन दौरों का मकसद संविधान के अनुच्छेद 370 के निरसन के बाद जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हट जाने से होने वाले लाभों के बारे में लोगों को अवगत कराना है.
जम्मू कश्मीर के लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में सुनना चाहता है केंद्र : नकवी
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा था कि जम्मू कश्मीर में केंद्र के जनसंपर्क कार्यक्रम का उद्देश्य यहां के लोगों की समस्याओं के बारे में उन्हीं से जानना और फिर उनका समाधान करना है.
नकवी ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'इस संवाद का उद्देश्य लोगों के करीब जाना, उनकी समस्याएं एवं जरूरतें सुनना और उनकी समस्याओं का हल करने में सहयोग करना है.'
शहर के बाहरी इलाके हारवां में एक विकास परियोजना की आधारशिला रखने वाले नकवी केंद्र के संपर्क कार्यक्रम के तहत कश्मीर की यात्रा करने वाले पहले केंद्रीय मंत्री हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह सुनिश्चित करने को इच्छुक हैं कि केंद्र सरकार के सकारात्मक बदलावों के फायदे जम्मू कश्मीर के लोगों तक पहुंचे.
उन्होंने कहा, 'लोगों की आकांक्षाएं और उम्मीदें पूरी नहीं हुईं और भ्रष्टाचार ने जम्मू कश्मीर की हालत बिगाड़ दी . कुछ लोगों ने अपने को फायदा पहुंचाया लेकिन हम सभी की समृद्धि चाहते हैं.' जब उनसे यह पूछा गया कि जम्मू में 31 मंत्री भेजे जा रहे हैं जबकि कश्मीर में पांच ही, ऐसा क्यों, तो उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम तो महज शुरुआत है.
उन्होंने कहा, 'यह आखिरी कार्यक्रम नहीं है. यह पहल जारी रहेगी.'