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खुली किस्मत की खिड़की, अनसोल्ड लाॅटरी टिकट से विक्रेता ने जीते 12 करोड़ रुपये - शुरू करेंगे अपना व्यवसाय

कोल्लम में एक 46 वर्षीय लॉटरी विक्रेता रातों-रात करोड़पति बन गया. क्रिसमस न्यू ईयर बंपर लॉटरी का पहला ईनाम 12 करोड़ का उस नंबर पर लगा है, जो बिक नहीं पाया था और उसी के पास बचा रह गया था. पढ़ें किस्मत खोलने वाली यह खबर...

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Published : Jan 21, 2021, 4:12 PM IST

तिरुवनंतपुरम : कोल्लम में एक 46 वर्षीय लॉटरी विक्रेता रातों-रात करोड़पति बन गया. यह तब हुआ जब एक ऐसी लॉटरी जो बिक नहीं पाई थी, क्रिसमस न्यू ईयर बंपर लॉटरी का पहला ईनाम 12 करोड़ का उसी नंबर पर लगा.

तमिलनाडु सीमा पर तेनकासी के रहने वाले शराफुद्दीन ए को जब यह पता चला कि उनके पास बचे हुए लॉटरी नंबर ने पहला ईनाम जीता है, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. वे आर्यनकवु के पास पोरबंबोक के एक छोटे से घर में रहते हैं. तमिलनाडु की सीमा से लगे कोल्लम जिले में रहने वाले व खाड़ी देश से लौटे शराफुद्दीन के लिए यह संघर्ष भरा समय था. ऐसे में 12 करोड़ की लॉटरी लगना किसी सपने के सच होने जैसा है.

शुरू करेंगे अपना व्यवसाय

वे बोले मैं अपना खुद का एक घर बनाना चाहता हूं. मैं अपनी पुरस्कार राशि के साथ एक छोटा सा व्यवसाय शुरू करना चाहूंगा. उन्होंने बातचीत में कहा कि वे 2013 में रियाद से लौटे और वे वहां करीब नौ साल तक अजीब तरह के काम करते रहे थे. लौटने के बाद उन्होंने आर्यनकवु के आस-पास लॉटरी के टिकट बेचकर परिवार चला रहे थे. उनके परिवार में उनकी मां, दो भाई, पत्नी और एक बेटा परवेज मुशर्रफ जो कक्षा 10 का छात्र है, साथ रहते हैं.

यह भी पढ़ें-केरल सोना तस्करी : सीएम के पूर्व प्रमुख सचिव होंगे गिरफ्तार, कोर्ट से मिली अनुमति

वे मंगलवार को लॉटरी निदेशालय के समक्ष पेश हुए और विजयी टिकट दिया. सूत्रों ने बताया कि शरफुद्दीन को 30 प्रतिशत कटौती और 10 प्रतिशत एजेंट कमीशन के बाद कुल 7.50 करोड़ रुपये मिलेंगे.

तिरुवनंतपुरम : कोल्लम में एक 46 वर्षीय लॉटरी विक्रेता रातों-रात करोड़पति बन गया. यह तब हुआ जब एक ऐसी लॉटरी जो बिक नहीं पाई थी, क्रिसमस न्यू ईयर बंपर लॉटरी का पहला ईनाम 12 करोड़ का उसी नंबर पर लगा.

तमिलनाडु सीमा पर तेनकासी के रहने वाले शराफुद्दीन ए को जब यह पता चला कि उनके पास बचे हुए लॉटरी नंबर ने पहला ईनाम जीता है, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. वे आर्यनकवु के पास पोरबंबोक के एक छोटे से घर में रहते हैं. तमिलनाडु की सीमा से लगे कोल्लम जिले में रहने वाले व खाड़ी देश से लौटे शराफुद्दीन के लिए यह संघर्ष भरा समय था. ऐसे में 12 करोड़ की लॉटरी लगना किसी सपने के सच होने जैसा है.

शुरू करेंगे अपना व्यवसाय

वे बोले मैं अपना खुद का एक घर बनाना चाहता हूं. मैं अपनी पुरस्कार राशि के साथ एक छोटा सा व्यवसाय शुरू करना चाहूंगा. उन्होंने बातचीत में कहा कि वे 2013 में रियाद से लौटे और वे वहां करीब नौ साल तक अजीब तरह के काम करते रहे थे. लौटने के बाद उन्होंने आर्यनकवु के आस-पास लॉटरी के टिकट बेचकर परिवार चला रहे थे. उनके परिवार में उनकी मां, दो भाई, पत्नी और एक बेटा परवेज मुशर्रफ जो कक्षा 10 का छात्र है, साथ रहते हैं.

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वे मंगलवार को लॉटरी निदेशालय के समक्ष पेश हुए और विजयी टिकट दिया. सूत्रों ने बताया कि शरफुद्दीन को 30 प्रतिशत कटौती और 10 प्रतिशत एजेंट कमीशन के बाद कुल 7.50 करोड़ रुपये मिलेंगे.

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