जयपुर : राजस्थान के जोधपुर जिले से पहले जैसलमेर से लगते इलाके में टिड्डियों का हमला हुआ था. इस बार जिले की लूणी तहसील के एक क्षेत्र में सोमवार रात से टिड्डियों की आंख मिचौनी चल रही है. कभी टिड्डियां हवा के साथ जोधपुर के लूणी में घुस जाती हैं तो कभी बाड़मेर के गांवों में.
लूणी के गांव के खेतों पर टिड्डी का हमला हुआ. इसके अलावा जगह-जगह अधमरी टिड्डियों के ढेर नजर आ रहे हैं. रातभर में टिड्डियों ने इलाके में बोई गई जीरे की फसल को भी चट कर दिया. बता दें कि जीरे की फसल महंगी होने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है.
खास बात यह है कि सरकारी कीटनाशक भी पूरी तरह से कारगर साबित नहीं हो रहे हैं. टिड्डियों से बचने के लिए किसान टायर जला कर धुआं कर रहे हैं. इसके अलावा खेतों में लाउड स्पीकर लगे हुए हैं. वहीं कई जगहों पर कनस्तर, थाली और बाजे बजाते पूरे परिवार नजर आ रहे हैं.
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टिड्डी की सूचना जोधपुर कलेक्टर को मिलने के बाद उन्होंने लूणी एसडीएम गोपाराम परिहार को सीमावर्ती इलाके में भेज दिया है. परिहार के साथ तहसीलदार, कृषि अधिकारी और टिड्डी नियंत्रण विभाग के कर्मचारी हैं, लेकिन उनके संसाधन सीमित हैं.
टिड्डी से प्रभावित इलाके के किसानों की मांग है कि सरकार उन्हें मुआवजा दे.
इन फसलों को हुआ नुकसान...
इलाके में जीरा, इसबगोल और अरंडी की फसल को बड़ा नुकसान हुआ है. एक अनुमान के मुताबिक जिले में करीब 50 हजार बीघे से अधिक की फसल टिड्डियां चट कर चुकी हैं.