उन्नाव: उत्तर प्रदेश का उन्नाव रेप कांड एक बार फिर चर्चा में आ गया है. रविवार को उन्नाव से रायबरेली रेप पीड़िता अपनी चाची और मौसी व वकील के साथ जेल अपने चाचा महेश सिंह से मिलने कार से जा रही थी. तभी उनकी कार एक दुर्घटना का शिकार हो गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि वकील व पीड़िता बुरी तरह घायल हो गए.
इसी के बाद से ही इस मामले पर बवाल मचा हुआ है. यूपी पुलिस ने एक्सीडेंट मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है. वहीं, इस मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर भी केस दर्ज किया गया है. इस मामले को लेकर आज देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन भी हो रहे हैं.
मंगलवार को लोकसभा में भी यह मुद्दा गर्माता दिखा. सांसदों ने मामले पर निष्पक्षता से जांच करने की मांग की.
रायबरेली में उन्नाव दुष्कर्म कांड पीड़िता की कार के एक्सीडेंट मामले की सीबीआई जांच कराने के लिए प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है. उत्तर प्रदेश सरकार ने केस क्राइम नंबर 305/2019 की जांच सीबीआई को रेफर करने के लिए केंद्र सरकार से औपचारिक अनुरोध किया है.
क्या है पूरा मामला
- उन्नाव रेप कांड एक बार फिर चर्चा में आया.
- पीड़िता चाची, मौसी और वकील के साथ जेल में बंद अपने चाचा से मिलने कार से जा रही थी.
- रास्ते में कार दुर्घटना का शिकार हो गई.
- पीड़िता की चाची और मौसी की मौके पर मौत हो गई.
- दुर्घटना में वकील और पीड़िता बुरी तरह घायल हो गए.
- दोनों का इलाज लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है.
- घटना के बाद पीड़िता को दी गई सुरक्षा पर उठ रहे हैं कई सवाल.
- रविवार देर शाम घटना की जानकारी लेने लखनऊ जोन के आईजी एसके भगत उन्नाव पहुंचे.
मामले में एसके भगत, आईजी जोन, लखनऊ ने कहा, 'घटना रायबरेली में हुई है, जिसके बारे में आप अवगत हैं. इस संबंध में हमारे वरिष्ठ अधिकारीगण लगातार ब्रीफ कर रहे हैं. मुझे निर्देश प्राप्त हुआ था कि उन्नाव जाकर उपलब्ध सुरक्षाकर्मी कितने मिले हैं, कौन से आदेश से क्या कमियां रह गयी हैं, इस संबंध में एसपी साहब को जांच दी गई है. प्रारम्भिक जांच में इन्होंने क्या-क्या पाया था, इस सब की जानकारी के लिए मैं यहां आया हूं.'