कोलकाता : पश्चिम बंगाल में बीजेपी की रैली के दौरान सिख सुरक्षा गार्ड बलविंदर सिंह के साथ पुलिस की मारपीट के मसले पर सियासी बवाल बढ़ता जा रहा है. अब राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी इस मसले पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने इसे अपमान का मामला बताते हुए जरूरी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है, जिसके बाद बलबिंदर सिंह की पत्नी करनजीत कौर और बेटा अन्य रिश्तेदारों के साथ कोलकाता पहुंचे और राजभवन में राज्यपाल से मिले.
सिख जवान की पगड़ी खोले जाने के मामले में बलविंदर सिंह को न्याय दिलाने की मांग को लेकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) का एक डेलिगेशन कोलकाता पहुंचा. जहां डीएसजीएमसी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि वो इसके खिलाफ सड़क से अदालत तक लड़ाई लड़ेंगे. सिरसा ने इसके खिलाफ सड़क से लेकर अदालत तक लड़ाई लड़ने का एलान किया.
कोलकाता पहुंचे मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि इससे पहले दिल्ली में भी इसी तरह से सिख की पगड़ी का अपमान हुआ था, जिसके खिलाफ डीएसजीएमसी ने लड़ाई लड़ी और पुलिसकर्मी को निलंबित किया गया. उनका कहना है कि अगर कोलकाता में ऐसा नहीं हुआ तो वे सड़क से लेकर अदालत तक लड़ाई लड़ेंगे.
बता दें कि बलबिंदर सिंह की पत्नी करनजीत कौर और बेटा अन्य रिश्तेदारों के साथ पंजाब से कोलकाता हवाई अड्डे पहुंचीं और राज्यपाल से मिलीं.
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बलविंदर सिंह के उत्पीड़न के बारे में पूछे जाने पर उनके परिवार ने कहा कि बलविंदर भारतीय सेना में थे और उन्होंने देश की सेवा की है.
राज्य की ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार के साथ अक्सर विवादों में रहने वाले राज्यपाल ने मंगलवार को प्रशासन से इस कार्रवाई को उचित ठहराने के बजाय सुधार करने को कहा था.