नई दिल्ली: आखिरकार पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज की अधुरी इच्छा पूरी हो ही गई. कुलभूषण जाधव मामले में वकील हरीश साल्वे को उनकी फीस दे दी गई है. ये किसी और ने नहीं, बल्कि खुद सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने किया है.
सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'बांसुरी ने आज आपकी अंतिम इच्छा को पूरा कर दिया है. कुलभूषण जाधव के केस की फीस का एक रुपैया जो आप छोड़ गईं थी उसने आज हरीश साल्वे जी को भेंट कर दिया है.'
बता दें, सुषमा स्वराज उस वक्त भारत की विदेश मंत्री थीं, जब हरीश साल्वे ने एक रुपये की फीस पर कुलभूषण जाधव मामले में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. ये फीस लंबे समय तक साल्वे को नहीं मिली और चुनाव शुरू हो गए. पीएम मोदी की सरकार ने एक बार फिर वापसी की, लेकिन इस बार अपनी शारीरिक समस्याओं के चलते सुषमा सवराज मंत्रीमंडल का हिस्सा नहीं थी.
इसके बाद भी सुषमा को अपना फर्ज पूरी तरह याद था. एक ओर वह बीमारी से जूझ रही थीं तो दूसरी ओर उन्हें फीस का ख्याल बार-बार आ रहा था. इसी उधेड़बुन में सुषमा स्वराज ने एक शाम हरीश साल्वे को फोन किया और कहा कि कल सुबह वह मिल कर उन्हें फीस देना चाहती हैं.
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मीडिया से बात करते हुए खुद साल्वे ने बताया था कि मैंने रात 8:50 पर उनसे बात की. उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे उनके घर आना होगा. उन्होंने आगे कहा कि जो केस आपने जीता उसके लिए मैं एक रुपए आपको देना चाहती हूं. मैंने कहा कि बेशक मैं वह कीमती फीस लेना चाहूंगा. उन्होंने मुझे कहा कि कल 6 बजे आना.
फिर क्या था कुछ ही घंटे बीते थे कि हर ओर सुषमा स्वाराज के निधन की खबर फैल गई. सभी की आंखे नम हो गई और उनकी इच्छा अधूरी रह गई, लेकिन अब उनकी बेटी ने उनकी इस इच्छा को पूरा कर दिया है.
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बता दें, हरीष साल्वे ने कुलभूषण जाधव का केस लड़ने के लिए सिर्फ एक रुपए की फीस लेने की बात कही थी. उन्होंने केस लड़ा और उन्हें सफलता भी मिली, जिस बात से सुषमा स्वराज काफी खुश थीं.