वैसे, येदियुरप्पा ने ऑडियो क्लिप को फर्जी करार देते हुए इसे मनगढंत कहानी करार दिया है. सूत्र बताते हैं कि येदियुरप्पा को ऊपर से 'फ्री हैंड' दिया गया है. इसका मतलब क्या हो सकता है, इसे बताने की जरूरत नहीं है.
कांग्रेस 4 बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करेगी
विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत से ठीक पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी ने व्हिप जारी करने और दल-बदल निरोधक कानून के तहत चार बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का फैसला किया. विधायकों के नाम हैं रमेश जरकीहोली, उमेश जाधव, महेश कुमथली और बी नागेंद्र. चारों विधायकों ने कहा है कि वे बजट सत्र में हिस्सा नहीं ले सकते हैं. एक विधायक जेएन गणेश भी अनुपस्थित रहे. कांग्रेस का दावा है कि बाकी सारे विधायक उनके साथ हैं. कांग्रेस के दो विधायक रोशन बेग और बीसी पाटिल भी बैठक से दूर रहे. हालांकि, कांग्रेस नेतृत्व का दावा है कि इन दोनों ने इजाजत ली हुई है. यानि कुल मिलाकर कांग्रेस के सात विधायक गायब रहे.
कांग्रेस ने गणेश को फरार घोषित कर दिया है. इनके साथ पिछले दिनों एक अन्य विधायक की झड़प हो गई थी.
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कुमारास्वामी का मोदी-शाह पर हमला
कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि यह सब मोदी और शाह करा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि दो ऑडियो क्लिप ऐसी हैं, जिनमें येदियुरप्पा और जेडीएस विधायक नागनगौड़ा के बेटे शरण गौड़ा के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत रिकॉर्ड है. येदियुरप्पा पर आरोप है कि वह धन का लालच देकर नागनगौड़ा को अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे थे.
भाजपा का पलटवार
पलटवार करते हुए येदियुरप्पा ने ऑडियो क्लिप को फर्जी करार दिया और कहा कि मनगढ़ंत कहानी सुनाई गई है. उन्होंने कहा कि नागनगौड़ा को लालच देने के लिए उन्होंने किसी से मुलाकात नहीं की है. भाजपा का दावा है कि कांग्रेस के 10 सदन में मौजूद नहीं थे.
जेडीएस के कुल 37 विधायक
225 सदस्यीय विधानसभा में, जिसमें एंग्लो-भारतीय समुदाय के एक सदस्य भी शामिल हैं, विधानसभा अध्यक्ष मिलाकर कांग्रेस के 80 सदस्य हैं, जेडी-एस के 37 और भाजपा के 104 सदस्य हैं. इसके अलावा बसपा और क्षेत्रीय संगठन केपीजेपी का एक-एक विधायक और एक निर्दलीय विधायक है.
विधानसभा भंग का गणित
एक कांग्रेस नेता ने कहा, अगर चार बागी विधायकों को अयोग्य घोषित किया जाता है, फिर भी सरकार बजट पास करने में सक्षम होगी, क्योंकि उस स्थिति में सदन की क्षमता 221 हो जाएगी और बजट पारित कराने के लिए केवल 111 सदस्यों की जरूरत होगी.
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कर्नाटक प्रगनावेंथा जनता पार्टी(केपीजेपी) के एच. नागेश और निर्दलीय आर.शंकर ने बीते महीने गठबंधन सरकार से अपना बहुमत वापस ले लिया था. दोनों विधायक भी बुधवार को सत्र से अनुपस्थित रहे.
बजट पेश करने का मौका देगी भाजपा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.एस. येदियुरप्पा ने हालांकि दावा किया कि उनकी पार्टी गठबंधन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं पेश करेगी या कुमारस्वामी को बजट पेश करने से नहीं रोकेगी. येदियुरप्पा ने कहा, हम न तो अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे और न ही राज्यपाल के पास जाएंगे. सरकार खुद ही अपने विधायकों के अंतर्कलह से गिर जाएगी. सरकार कांग्रेस में विरोध की वजह से खतरे में है और गठबंधन के दोनों साथियों के बीच कई मुद्दों पर गंभीर मतभेद हैं.
2013 में भी कुछ ऐसी ही थी स्थिति
यह पहली हुआ कि सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस ने राज्य में खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए जेडी-एस को बिना शर्त समर्थन दिया. 2013 में 121 सीट के मुकाबले इस बार कांग्रेस को 78 सीट ही जीते. जेडी-एस को केवल 37 सीट ही प्राप्त हुआ था.
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