चिकमंगलूर : कर्नाटक में एक बुजुर्ग दंपति ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को लेटर लिखकर इच्छा मृत्यु देने की मांग की है. इन बुजुर्ग दंपति ने पत्र में आरोप लगाते हुए लिखा है कि वन अधिकारियों ने उनकी कॉफी की फसल को नष्ट करके जबरन जमीन पर कब्जा करने की धमकी दी हैं. इसके अलावा उन्होंने नष्ट हुई फसल का भुगतान भी नहीं किया है.
राज्य के वन अधिकारी लगातार उनको धमकी दे रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए लिखा कि ये अधिकारी लाखों रुपयों की डिमांड कर रहे हैं. इसी वजह से वे इच्छा मृत्यु की मांग कर रहे हैं. उनके लेटर का संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय और मुख्य सचिव ने पुलिस अधीक्षक को इस मामले की जांच करने का निर्देश दिए हैं. इसके बावजूद भी वन अधिकारियों की ज्यादती रुकने का नाम नहीं ले रही है.
पत्र में अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप:
बुजुर्ग दंपति ने लेटर में अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए लिखा कि जब हम उनके पास शिकायत लेकर गए तो उन्होंने कहा कि प्रति एकड़ 5 लाख रुपये रिश्वत दो. हम तुमको परेशान नहीं करेंगे. तुम्हारे पड़ोसियों ने भी रिश्वत दी है इसलिए हमने उनको छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने धमकी देते हुए कहा कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री चाहे जिसको लेटर लिखो, वह यहां नहीं आएंगे. तुम लोगों को जो करना है कर लो. जब तक पैसा नहीं मिलता तब तक खेती नहीं करने देंगे.
बता दें, चिकमगलुरु तालुक में अल्दुपुर के पास दुर्गा गांव के दंपति रामेगौड़ा और शरदम्मा ने इच्छा मृत्यु के लिए यह लेटर लिखा है. इन दंपति के दो बच्चे हैं. एक बच्चे की मौत एक साल पहले हो गई थी और दूसरा अलग रह रहा है. वे 40 वर्षों से 15 एकड़ भूमि पर कॉफी और काली मिर्च की खेती रहे हैं. वन विभाग ने 10 एकड़ जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है.
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दंपति ने यह भी कहा कि वन अधिकारियों ने धमकी दी कि अगर वे 5 लाख का भुगतान नहीं करेंगे तो उन पर चंदन लकड़ी और पशु तस्करी का झूठा केस दर्ज कराएंगे. दंपति ने कहा कि ये अधिकारी किसी और को धमकी नहीं दे रहे है. सिर्फ हम लोगों को जबरदस्ती निशाना बना रहे हैं.