श्रीनगर : सेना की वर्दी में कनिका राणे ने अपने शहीद पति मेजर कौस्तुभ राणे का वीरता पदक ग्रहण किया. मेजर राणे 2018 में नियंत्रण रेखा के पास आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. पदक लेते हुए उन्होंने कहा कि मौका मिलने पर कश्मीर की सेवा करने के लिए तैयार हूं.
बता दें, हाल में उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी का कार्यभार ग्रहण करने वाले करगिल युद्ध के नायक जनरल वाई के जोशी ने अलंकरण समारोह में 83 सैनिकों को वीरता सम्मान एवं उत्कृष्ट सेवा सम्मान और नौ 'वीर नारी' पुरस्कार से सम्मानित किया.
गौरवपूर्ण नेत्रों से कनिका मंच की ओर बढ़ीं और सेना पदक ग्रहण किया.
पति को सेना पदक दिए जाने की घोषणा होने पर उनके शब्दों को याद करते हुए कनिका ने कहा, उन्होंने मुझसे कहा था कि अलंकरण समारोह होगा और वह चाहते हैं कि मैं सेना की वर्दी में इस समारोह में हिस्सा लूं.
उन्होंने कहा, उनके इन शब्दों ने मुझे सेना में आने के लिए प्रेरित किया. वह मेरी प्रेरणा हैं और मैं इसी प्रेरणा के साथ आगे बढ़ना चाहती हूं और नक्शेकदम पर चलना चाहती हूं.
जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा जिले के गुरेज सेक्टर में चार अगस्त, 2018 को आतंकवादियों के साथ गोलीबारी के दौरान मेजर कौस्तुभ राणे शहीद हो गए थे.
कनिका इससे पहले एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर काम करती थीं. उन्होंने पिछले साल सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) की परीक्षा पास की.
अक्टूबर 2019 में वह 49 हफ्ते के प्रशिक्षण के लिए चेन्नई में अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) गईं.
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उन्होंने कहा कि आवश्यक प्रशिक्षण लेने के बाद इस साल सितंबर में वह सेना में शामिल होंगी.
कनिका अपने बेटे अगस्त्य के साथ कोलाबा में रहती हैं. उन्होंने कहा कि अगर मौका मिला तो वह कश्मीर में सेवा को तैयार हैं.