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टाइगर ट्रायम्फ : भारत और अमेरिकी सेनाएं आज से करेंगी संयुक्त अभ्यास

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Published : Nov 12, 2019, 11:29 PM IST

Updated : Nov 13, 2019, 12:12 AM IST

भारत और अमेरिका की तीनों सेनाएं बुधवार से एक साथ अभ्यास करेंगी. इस अभ्यास का नाम 'टाइगर ट्रायम्फ' रखा गया है. यह अभ्यास भारत के पूर्वी समुद्री तट विशाखापत्तनम में किया जाएगा. पढ़ें पूरी खबर...

फाइल फोटो

विशाखापत्तनम : भारत-अमेरिका की तीनों सेनाएं मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) के लिए संयुक्त रूप से अभ्यास करेंगी. इस संयुक्त अभ्यास का नाम ' टाइगर ट्रायम्फ' रखा गया है. दोनों देशों के बीच बढ़ती साझेदारी के अनुरूप यह अभ्यास देश के पूर्वी तट विशाखापत्तनम में 21 नवम्बर तक चलेगा.

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, भारतीय नौसेना का जहाज जलाश्व, ऐरावत और संध्याक, 19 मद्रास और सात गार्ड्स और भारतीय वायु सेना के एमआई -17 हेलीकॉप्टर के साथ रैपिड एक्शन मेडिकल टीम (RAMT) भाग लेंगे.

अमेरिका की तरफ से अमेरिकी नेवी शिप जर्मेनटाउन थर्ड मरीन डिवीजन के सैनिकों के साथ इसका प्रतिनिधित्व करेगा. इस अभ्यास का उद्देश्य एचएडीआर संचालन को बेहतर तरीके से विकसित करना है.

इस संयुक्त अभ्यास का उद्धाटन समारोह 14 नवम्बर को दोनों देशों के ध्वजों के साथ आईएनएस जलाश्व में आयोजित किया जाएगा. दोनों राष्ट्रों की नौसेनाएं एक दूसरे के साथ अभ्यास, विशेषज्ञ के अनुभव का साझा, खेल के साथ सामाजिक सहभागिता में भी भाग लेंगे.

बंदरगाह के स्तर पर प्रशिक्षण पूरा होने के बाद नौसैनिक समुद्र में प्रशिक्षण के लिए जाएंगे और यह जल के अंदर और बाहर अभ्यास करेंगे.

पढ़ें : भारत और कजाखस्तान का द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास 'काजिंद' सम्पन्न

काकीनाडा HADR क्षेत्र पहुंचने पर राहत बलों की लैंडिंग अभ्यास परिदृश्य के लिए की जाएगी. इसके साथ ही इस क्षेत्र में दोनों सेनाओं की तरफ से संयुक्त कमान और नियंत्रण केंद्र की स्थापना की जाएगी. IAF, RAMT और यूएस नेवी मेडिकल टीम पीड़ितों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए एक चिकित्सा शिविर की स्थापना करेगी.

इस अभ्यास का समापन समारोह 21 नवम्बर को अमेरिका नेवी शिप जर्मेनटाउन पर किया जाएगा.

विशाखापत्तनम : भारत-अमेरिका की तीनों सेनाएं मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) के लिए संयुक्त रूप से अभ्यास करेंगी. इस संयुक्त अभ्यास का नाम ' टाइगर ट्रायम्फ' रखा गया है. दोनों देशों के बीच बढ़ती साझेदारी के अनुरूप यह अभ्यास देश के पूर्वी तट विशाखापत्तनम में 21 नवम्बर तक चलेगा.

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, भारतीय नौसेना का जहाज जलाश्व, ऐरावत और संध्याक, 19 मद्रास और सात गार्ड्स और भारतीय वायु सेना के एमआई -17 हेलीकॉप्टर के साथ रैपिड एक्शन मेडिकल टीम (RAMT) भाग लेंगे.

अमेरिका की तरफ से अमेरिकी नेवी शिप जर्मेनटाउन थर्ड मरीन डिवीजन के सैनिकों के साथ इसका प्रतिनिधित्व करेगा. इस अभ्यास का उद्देश्य एचएडीआर संचालन को बेहतर तरीके से विकसित करना है.

इस संयुक्त अभ्यास का उद्धाटन समारोह 14 नवम्बर को दोनों देशों के ध्वजों के साथ आईएनएस जलाश्व में आयोजित किया जाएगा. दोनों राष्ट्रों की नौसेनाएं एक दूसरे के साथ अभ्यास, विशेषज्ञ के अनुभव का साझा, खेल के साथ सामाजिक सहभागिता में भी भाग लेंगे.

बंदरगाह के स्तर पर प्रशिक्षण पूरा होने के बाद नौसैनिक समुद्र में प्रशिक्षण के लिए जाएंगे और यह जल के अंदर और बाहर अभ्यास करेंगे.

पढ़ें : भारत और कजाखस्तान का द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास 'काजिंद' सम्पन्न

काकीनाडा HADR क्षेत्र पहुंचने पर राहत बलों की लैंडिंग अभ्यास परिदृश्य के लिए की जाएगी. इसके साथ ही इस क्षेत्र में दोनों सेनाओं की तरफ से संयुक्त कमान और नियंत्रण केंद्र की स्थापना की जाएगी. IAF, RAMT और यूएस नेवी मेडिकल टीम पीड़ितों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए एक चिकित्सा शिविर की स्थापना करेगी.

इस अभ्यास का समापन समारोह 21 नवम्बर को अमेरिका नेवी शिप जर्मेनटाउन पर किया जाएगा.

Last Updated : Nov 13, 2019, 12:12 AM IST
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