नई दिल्ली : भारत सरकार के विशेष अर्धसैनिक बल आईटीबीपी को करीब छह दशक के लंबे इंतजार के बाद राष्ट्रीय राजधानी में अपना मुख्यालय बनाने के लिए भूमि आवंटित कर दी गई है. साल 2023 तक नए आईटीबीपी मुख्यालय भवन का निर्माण होने की उम्मीद है.
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) का गठन भारत-चीन युद्ध के दौरान सीआरपीएफ अधिनियम के तहत 24 अक्टूबर, 1962 को किया गया था. आईटीबीपी का मुख्यालय विभिन्न सरकारी कार्यालयों की इमारत में स्थित है, मगर अभी तक अर्धसैनिक बल को अपना खुद का भवन प्राप्त नहीं हो सका है.
दिल्ली में आईटीबीपी मुख्यालय भवन के लिए केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के तहत भूमि एंव विकास प्राधिकरण द्वारा 24 दिसंबर को भूमि आवंटित की गई है. सरकार ने मथुरा रोड, नई दिल्ली में आईटीबीपी बल मुख्यालय भवन के लिए भूमि आवंटित की है, जो कि ब्लॉक आईटी पर वर्तमान आईटीबीपी मुख्यालय से लगभग दो किलोमीटर की दूर पर है. दक्षिण दिल्ली के लोधी क्षेत्र में केंद्र सरकार के कार्यालयों (सीजीओ) परिसर से इसकी दूरी लगभग दो किलोमीटर है.
3.83 एकड़ में बनेगा आईटीबीपी मुख्यालय
आईटीबीपी के एक सूत्र ने बताया कि सरकार ने भूमि का जो टुकड़ा आवंटित किया है, वह दो भागों में है. 3.83 एकड़ का पहला हिस्सा मुख्यालय के निर्माण के लिए इस्तेमाल किया जाएगा, जबकि हरियाली विकसित करने के लिए 4.85 एकड़ की दूसरी भूमि का उपयोग किया जाएगा. भूमि का दूसरा हिस्सा अस्थायी आधार पर होगा.
सूत्र ने कहा कि आईटीबीपी केवल भवन का निर्माण करेगी और भूमि के दूसरे हिस्से में हरियाली बढ़ाएगी, लेकिन इसकी प्रकृति में कोई अन्य बदलाव करने के लिए अधिकृत नहीं होगी.
भूमि के आवंटन के साथ, भवन विकास योजना तैयार करने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) से संपर्क करने सहित तमाम प्रक्रियाएं शुरू कर दी गई हैं.
जानकारी के अनुसार, टेंडर पूरा होते ही मुख्यालय का निर्माण कार्य तीन-चार महीनों के भीतर शुरू कर दिया जाएगा. बताया गया है कि भूमि के आवंटन के दो साल के भीतर निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
आईटीबीपी के महानिदेशक ने जताई खुशी
आईटीबीपी के महानिदेशक (डीजी) एसएस देसवाल ने बल परिवार को दिए नववर्ष के बधाई संदेश में कहा है कि जल्द ही आईटीबीपी को नया मुख्यालय मिलेगा.
देसवाल ने कहा, 'मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि सरकार ने मथुरा रोड स्थित मुख्यालय बल के लिए आईटीबीपी को जमीन आवंटित कर दी है. मुझे उम्मीद है कि बल के मुख्यालय भवन का निर्माण बहुत जल्द शुरू हो जाएगा और एक बार जब यह पूरा हो जाएगा, हमारी सभी शाखाएं वहां से कार्य कर सकेंगी.'
भारत-चीन सीमा की रक्षा करता है आईटीबीपी
95,000 जवानों के साथ मजबूत आईटीबीपी बल देश के सात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में से एक है, जिसके पास 3,488 किलोमीटर लंबी भारत-चीन सीमा की रक्षा करने की जिम्मेदारी है. इसके साथ ही बल अन्य सौंपी गई सुरक्षा भूमिकाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
अपने मूल कार्यों के अलावा आईटीबीपी ने इस साल फिट इंडिया मिशन में भी अग्रणी भूमिका निभाई है. आईटीबीपी ने मिशन 200 किलोमीटर और मिशन 100 किलोमीटर जैसे जन जागरुकता के सफल अभियान आयोजित किए हैं. आईटीबीपी कर्मियों ने कोविड-19 प्रबंधन में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
(आईएएनएस)