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ISRO ने बताया किस तरह होगी चंद्रयान-2 की सॉफ्ट लैंडिंग

इसरो ने एक वीडियो के माध्यम से समझाया कि चंद्रयान-2 के विक्रम' की चांद पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' कैसी होगी. बता दें चंद्रयान-2 शनिवार तड़के पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह (चंद्रमा) की सतह पर ऐतिहासिक 'सॉफ्ट लैंडिंग' करेगा. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Sep 6, 2019, 12:06 AM IST

Updated : Sep 29, 2019, 2:44 PM IST

बेंगलुरुः चंद्रयान-2 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग में चंद घंटे बाकी हैं. इसरो ने बताया कि चंद्रयान के लैंडर 'विक्रम' की चांद पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' को यान में समन्वित ढंग से लगे कम से कम आठ उपकरणों द्वारा अंजाम दिया जाएगा.

'विक्रम' शनिवार तड़के डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करेगा.

वीडियो सौ. @isro

'विक्रम' के अंदर रोवर 'प्रज्ञान' होगा जो शनिवार सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच लैंडर के भीतर से बाहर निकलेगा.

पढ़ेंः चंद्रयान- 2 : 'सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले निचली कक्षा में लाया गया लैंडर विक्रम

शनिवार तड़के यान के लैंडर के चांद पर उतरने से पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक वीडियो के माध्यम से समझाया कि 'सॉफ्ट लैंडिंग' कैसे होगी.

अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' सुनिश्चित करने के लिए मशीन में तीन कैमरे-लैंडर पोजीशन डिटेक्शन कैमरा, लैंडर होरिजोंटल विलोसिटी कैमरा और लैंडर हजार्डस डिटेक्शन एंड अवोयडेंस कैमरा लगे हैं.

इसके साथ दो के. ए बैंड-अल्टीमीटर-1 और अल्टीमीटर-2 हैं.

लैंडर के चांद की सतह को छूने के साथ ही इसरो चेस्ट, रंभा और इल्सा नाम के तीन उपकरणों की तैनाती करेगा.

बेंगलुरुः चंद्रयान-2 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग में चंद घंटे बाकी हैं. इसरो ने बताया कि चंद्रयान के लैंडर 'विक्रम' की चांद पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' को यान में समन्वित ढंग से लगे कम से कम आठ उपकरणों द्वारा अंजाम दिया जाएगा.

'विक्रम' शनिवार तड़के डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करेगा.

वीडियो सौ. @isro

'विक्रम' के अंदर रोवर 'प्रज्ञान' होगा जो शनिवार सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच लैंडर के भीतर से बाहर निकलेगा.

पढ़ेंः चंद्रयान- 2 : 'सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले निचली कक्षा में लाया गया लैंडर विक्रम

शनिवार तड़के यान के लैंडर के चांद पर उतरने से पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक वीडियो के माध्यम से समझाया कि 'सॉफ्ट लैंडिंग' कैसे होगी.

अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' सुनिश्चित करने के लिए मशीन में तीन कैमरे-लैंडर पोजीशन डिटेक्शन कैमरा, लैंडर होरिजोंटल विलोसिटी कैमरा और लैंडर हजार्डस डिटेक्शन एंड अवोयडेंस कैमरा लगे हैं.

इसके साथ दो के. ए बैंड-अल्टीमीटर-1 और अल्टीमीटर-2 हैं.

लैंडर के चांद की सतह को छूने के साथ ही इसरो चेस्ट, रंभा और इल्सा नाम के तीन उपकरणों की तैनाती करेगा.

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Last Updated : Sep 29, 2019, 2:44 PM IST
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