सोलनः भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान में शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर ईटीवी भारत ने डॉ. राधाकृष्णन के अंगरक्षक रहे कर्नल धनीराम शांडिल से खास बातचीत की. इस मौके पर कर्नल शांडिल ने डॉ. राधाकृष्णन के साथ बिताए पलों को साझा किया.
विधानसभा क्षेत्र सोलन से विधायक कर्नल धनीराम शांडिल ने डॉ. राधाकृष्णन को याद करते हुए बताया कि जब आठ डोगरा रेजीमेंट 1965 में प्रेसिडेंट बॉडीगार्ड फोर्स में तैनात थी, उस समय सर्वगीय डॉ. श्री सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रपति थे और उस समय उनकी कद काठी अच्छी होने के कारण उन्हें उनके अंगरक्षक का कार्यभार सौंपा गया था. जिससे उन्हें करीब से जानने का मौका मिला.
कर्नल धनीराम शांडिल ने बताया कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सौम्य व्यक्तित्व के आदमी थे, जिनसे बहुत कुछ सीखने को मिला और उनका बर्ताव आज भी सभी के दिलों में अपनी जगह बनाए हुए है.
उन्होंने राधाकृष्णन को याद करते हुए कहा कि जब वे जवानों को लताड़ लगाते थे तब डॉ. राधाकृष्णन कहते थे कि प्यार से समझा कर कार्य कराना चाहिए ताकि किसी के मन को ठेस ना पहुंचे.
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कर्नल धनीराम शांडिल ने बताया कि आज जो इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी शिमला में मौजूद है और पूरी दुनिया में विख्यात है, वो डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की ही देन है.
उन्होंने बताया कि डॉ. राधाकृष्णन ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी दान के रूप में देश को दी थी.