नई दिल्ली: इंडिगो ने डीजीसीए द्वारा निर्धारित 31 अगस्त की समय सीमा से पहले प्रैट एंड व्हिटनी (पीडब्लू) पावर वाले ए320 नियो विमानों के इंजन का प्रतिस्थापन कर दिया है.
इंडिगो और गोएयर के एयरबस ए320 नियो में उड़ान के दौरान तकनीकी खामियां पाई गई थीं. विमानों को पावर देने वाले प्रैट एंड व्हिटनी इंजन को 2016 में शामिल किया गया था. उस समय से ही हवाई उड़ान के दौरान तथा जमीन पर उपस्थित रहने के दौरान इसके इंजन में खामियां पाई गई थीं. जिसके बाद, डीजीसीए ने इंडिगो और गोएयर को इंजन बदलने के लिए कहा था.
डीजीसीए ने कोरोना महामारी के चलते 31 मई की समय सीमा को बढ़ाकर 31 अगस्त कर दिया. दोनों एयरलाइनों ने समय पर इंजनों को बदलना शुरू कर दिया था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन के कारण प्रक्रिया बाधित हुई थी. इंडिगो 257 से अधिक विमानों का संचालन करती है, जिसमें 106 एयरबस ए 320/321 नियो शामिल हैं.
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अधिकारियों के अनुसार, वाडिया समूह द्वारा संचालित गोएयर का ए320 नियो पर संशोधित इंजन को लगाना अभी बाकी है.
सूत्रों के मुताबिक 31 अगस्त की समय सीमा समाप्त होने के बाद डीजीसीए गोएयर के A 320 नियो विमानों को संशोधित इंजनों के बिना उड़ान भरने की अनुमति नहीं देगा. हालांकि यह भी खबरें हैं कि डीजीसीए गोएयर के लिए समय सीमा बढ़ा भी सकता है.