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इंडिगो ने ए320 नियो विमान में इंजन बदलने की प्रक्रिया पूरी की

डीजीसीए ने कोरोना महामारी के चलते 31 मई की समय सीमा को बढ़ाकर 31 अगस्त कर दिया. इंडिगो और गोएयर ने समय पर इंजनों को बदलना शुरू कर दिया था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन के कारण प्रक्रिया बाधित हुई थी. इंडिगो 257 से अधिक विमानों का संचालन करती है, जिसमें 106 एयरबस ए320/ 321 नियो शामिल हैं.

इंडिगो ने ए 320 नियो विमान में इंजन बदलने की प्रक्रिया पूरी की
इंडिगो ने ए 320 नियो विमान में इंजन बदलने की प्रक्रिया पूरी की
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Published : Aug 28, 2020, 9:39 PM IST

नई दिल्ली: इंडिगो ने डीजीसीए द्वारा निर्धारित 31 अगस्त की समय सीमा से पहले प्रैट एंड व्हिटनी (पीडब्लू) पावर वाले ए320 नियो विमानों के इंजन का प्रतिस्थापन कर दिया है.

इंडिगो और गोएयर के एयरबस ए320 नियो में उड़ान के दौरान तकनीकी खामियां पाई गई थीं. विमानों को पावर देने वाले प्रैट एंड व्हिटनी इंजन को 2016 में शामिल किया गया था. उस समय से ही हवाई उड़ान के दौरान तथा जमीन पर उपस्थित रहने के दौरान इसके इंजन में खामियां पाई गई थीं. जिसके बाद, डीजीसीए ने इंडिगो और गोएयर को इंजन बदलने के लिए कहा था.

डीजीसीए ने कोरोना महामारी के चलते 31 मई की समय सीमा को बढ़ाकर 31 अगस्त कर दिया. दोनों एयरलाइनों ने समय पर इंजनों को बदलना शुरू कर दिया था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन के कारण प्रक्रिया बाधित हुई थी. इंडिगो 257 से अधिक विमानों का संचालन करती है, जिसमें 106 एयरबस ए 320/321 नियो शामिल हैं.

यह भी पढ़ें - सैन्य उपकरणों के निर्यात के लिए भारत ने तैयार की 14 देशों की सूची

अधिकारियों के अनुसार, वाडिया समूह द्वारा संचालित गोएयर का ए320 नियो पर संशोधित इंजन को लगाना अभी बाकी है.

सूत्रों के मुताबिक 31 अगस्त की समय सीमा समाप्त होने के बाद डीजीसीए गोएयर के A 320 नियो विमानों को संशोधित इंजनों के बिना उड़ान भरने की अनुमति नहीं देगा. हालांकि यह भी खबरें हैं कि डीजीसीए गोएयर के लिए समय सीमा बढ़ा भी सकता है.

नई दिल्ली: इंडिगो ने डीजीसीए द्वारा निर्धारित 31 अगस्त की समय सीमा से पहले प्रैट एंड व्हिटनी (पीडब्लू) पावर वाले ए320 नियो विमानों के इंजन का प्रतिस्थापन कर दिया है.

इंडिगो और गोएयर के एयरबस ए320 नियो में उड़ान के दौरान तकनीकी खामियां पाई गई थीं. विमानों को पावर देने वाले प्रैट एंड व्हिटनी इंजन को 2016 में शामिल किया गया था. उस समय से ही हवाई उड़ान के दौरान तथा जमीन पर उपस्थित रहने के दौरान इसके इंजन में खामियां पाई गई थीं. जिसके बाद, डीजीसीए ने इंडिगो और गोएयर को इंजन बदलने के लिए कहा था.

डीजीसीए ने कोरोना महामारी के चलते 31 मई की समय सीमा को बढ़ाकर 31 अगस्त कर दिया. दोनों एयरलाइनों ने समय पर इंजनों को बदलना शुरू कर दिया था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन के कारण प्रक्रिया बाधित हुई थी. इंडिगो 257 से अधिक विमानों का संचालन करती है, जिसमें 106 एयरबस ए 320/321 नियो शामिल हैं.

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अधिकारियों के अनुसार, वाडिया समूह द्वारा संचालित गोएयर का ए320 नियो पर संशोधित इंजन को लगाना अभी बाकी है.

सूत्रों के मुताबिक 31 अगस्त की समय सीमा समाप्त होने के बाद डीजीसीए गोएयर के A 320 नियो विमानों को संशोधित इंजनों के बिना उड़ान भरने की अनुमति नहीं देगा. हालांकि यह भी खबरें हैं कि डीजीसीए गोएयर के लिए समय सीमा बढ़ा भी सकता है.

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